वाशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के तुरंत बाद जन्मसिद्ध नागरिकता के अधिकार वाले कानून को रद्द करने तथा अवैध अप्रवासियों को वापस भेजने के आदेश दिए हैं। इससे भारतीय-अमरीकी समुदाय में जहां चिंता है, वहीं ट्रंप ने एच–1बी वीजा पर पेशेवर भारतीयों और अन्य देशों के ऐसे नागरिकों को बड़ी राहत दी है। ट्रंप ने कहा है कि वह एच-1बी वीजा नहीं रोक सकते हैं, क्योंकि उन्हें पेशेवर कामगारों की सख्त जरूरत है। बता दें कि इस वीजा के आधार पर बड़ी संख्या में भारतीय तकनीकी पेशेवर अमरीका में काम कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्हें ‘एच-1बी’ विदेशी अप्रवासी कामगारों के वीजा पर इसका समर्थन करने वाले और इसका विरोध करने वाले दोनों पक्षों की दलीलें अच्छी लगीं। उन्हें देश में आने वाले ‘बेहद कुशल लोग’ पसंद हैं, जो इस वीजा कार्यक्रम का उपयोग कर ही अमरीका पहुंचे हैं।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में ‘ओरेकल’ के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) लैरी एलिसन, ‘सॉफ्टबैंक’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मासायोशी सोन और ‘ओपन एआई’ के सीईओ सैम ऑल्टमैन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित भी किया।