भारत का हॉस्पिटैलिटी सेक्टर 2028 तक 1 अरब डॉलर (लगभग ₹8,300 करोड़) तक का निवेश आकर्षित कर सकता है। यह अनुमान JLL द्वारा एक इंटरव्यू में साझा किया गया। JLL होटल्स एंड हॉस्पिटैलिटी ग्रुप (APAC) के सीईओ निहात एरकन ने बताया कि 2023 में भारत में होटल लेनदेन का कुल मूल्य $340 मिलियन रहा था लेकिन अब भारत में होटल डिवेलपमेंट पाइपलाइन, कॉरपोरेट M&A गतिविधियों और पूंजी प्रवाह के चलते यह आंकड़ा आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ सकता है।
उन्होंने कहा कि “कुछ प्रोजेक्ट्स के पूरे होने के बाद पूंजी का पुनर्निवेश, रिफाइनेंसिंग या री-कैपिटलाइजेशन देखने को मिलेगा। इस ट्रेंड से लिक्विडिटी बढ़ेगी और कॉरपोरेट मर्जर एवं एक्विजीशन के नए मौके बनेंगे।”
भारत में होटल डील्स की नई ऊंचाई
2024 के पहले तिमाही (Q1 2025) में भारत में अब तक $117 मिलियन की होटल डील्स हो चुकी हैं, और यह साल अब तक सबसे ज्यादा होटल ट्रांजैक्शन वाला साल बन गया है। JLL के मुताबिक, एशिया पैसिफिक में 2023 में होटल ट्रांजैक्शन का कुल वॉल्यूम $12.2 बिलियन रहा। जापान ने 40% हिस्सेदारी के साथ सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शन दर्ज किए। 2025 तक एशिया पैसिफिक में होटल निवेश वॉल्यूम $12.8 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है।
टियर-2 और टियर-3 शहरों में बढ़ी गतिविधि
2024 में भारत में लगभग आधे होटल सौदे टियर-2 और टियर-3 शहरों में हुए। अमृतसर, मथुरा, बीकानेर, कोल्हापुर, लोनावला, महाबलेश्वर, शिरडी, इगतपुरी और तिरुपति जैसे शहरों में होटल अधिग्रहण तेजी से बढ़ा है।
इन डील्स में मिड-रेंज से लेकर बजट होटल शामिल थे, जिससे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर ने उन क्षेत्रों में भी कदम रखा है, जहां पहले यह बहुत सीमित था।
मुंबई एशिया-प्रशांत के टॉप 5 मार्केट्स में
JLL के अनुसार, 2025 में मुंबई होटल डील्स के लिहाज से APAC के टॉप 5 शहरों में रहेगा। इस लिस्ट में टोक्यो, मालदीव, सियोल और मेलबर्न भी शामिल हैं।
भारतीय निवेशकों की वैश्विक रुचि
JLL के EMEA हेड विल डफी ने बताया कि अब कई भारतीय निवेशक और फैमिली ऑफिस यूके जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पिछले एक साल में भारतीय पूंजी की यूके में उल्लेखनीय भागीदारी देखी गई है।”