सिरसा आज राजकीय नेशनल महाविद्यालय सिरसा के प्रांगण में पंजाबी विषय परिषद के द्वारा एक विस्तार भाषण का आयोजन स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के लिए पंजाबी विषय की प्रभारी डॉक्टर अनीता मडिया के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। विस्तार भाषण का विषय " नाटक और रंगमंच के मध्य संबंध" था। और रंगमंच से संबंधित समस्याओं के बारे में भी विचार किया गया। विस्तार भाषण के लिए हरियाणा के प्रसिद्ध निर्देशक व रंग मंच के ज्ञाता करण लड्ढा जी विद्यार्थियों से रूबरू हुए। करण लड्ढा जी ने नाटक और रंगमंच से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की। उनके अनुसार नाटक एक कला है, जिसके माध्यम से कहानी की घटनाओं को मोतियों की भांति गूंथकर एक माला के रूप में तैयार किया जाता है। महाविद्यालय के प्राचार्य हरजिंदर सिंह जी ने नाटक और रंगमंच के बारे में बात करते हुए ओशो के विचारों के माध्यम से दर्शाया कि "नाटक को ऐसे खेलों जैसे जीवन हो और जीवन को ऐसे जियो जैसे नाटक हो।“ आए हुए अतिथि का विभाग मुखी डॉक्टर हरविंदर सिंह जी ने धन्यवाद किया। इस विस्तार भाषण के दौरान पंजाबी हिंदी और अंग्रेजी स्नातकोत्तर कक्षाओं के काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। विस्तार भाषण बहुत ज्ञानवर्धक रहा। कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर करमजीत,डॉक्टर हरविंदर कौर डॉक्टर अमन विशेष तौर पर उपस्थित रहे।