मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि उनकी सरकार विपक्ष के हर मुद्दे पर सकरात्मक चर्चा को तैयार है। मगर विपक्ष से भी उम्मीद है कि वह उपचुनावों में मिली हार की खुन्नस सदन पर न निकाले और सदन की कार्यवाही में सहयोग करे। मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र से पहले पत्रकारों से बातचीत में उन्होने कहा “ हम उम्मीद करते हैं कि हार की हताशा से परेशान विपक्ष अपनी खुन्नस को सदन पर नहीं उतारेगा, बल्कि सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने में सकारात्मक योगदान करेगा।”
सार्थक चर्चा का मंच बने सदन
उन्होंने कहा कि अभिभाषण व बजट महत्वपूर्ण मुद्दे होते हैं, जिसमें विपक्ष ही नहीं, बल्कि सदन का हर सदस्य अपनी बात को प्रभावी ढंग से रख सकता है। इसके अलावा भी विपक्ष जिस मुद्दे पर चर्चा करना चाहेगा, सरकार उसका तथ्यात्मक जवाब देने के लिए पूरी तौर पर तैयार है। हम चाहते हैं कि सदन सार्थक चर्चा का मंच बनना चाहिए। आरोप-प्रत्यारोप या फिर असंसदीय आचरण से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा “उम्मीद करता हूं कि महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण से सुदृढ़ व मर्यादित आचरण की शुरुआत हम लोग विपक्ष के अंदर देखने का प्रयास करेंगे। उम्मीद करेंगे कि विपक्ष समेत सभी सदस्य सदन में ऐसा आचरण दिखाएंगे, जिससे लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आमजन की आस्था को और सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।”
20 फरवरी को पेश होगा बजट
विधानमंडल की कार्यवाही में आए सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्यों में महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण से इस सत्र की शुरुआत होती है। इसी सत्र के दौरान वर्ष भर के लिए राज्य सरकार का बजट भी पारित होता है। अन्य विधायी कार्यों के साथ ही जनहित व राज्य के विकास से जुड़े हुए महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सदन में चर्चा होती है। आज विधानमंडल की कार्यवाही प्रारंभ होने के साथ ही महामहिम राज्यपाल का महत्वपूर्ण अभिभाषण भी होगा। इसके उपरांत कल से महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में चर्चा भी होगी। 20 फरवरी को वर्ष 2025-26 का यूपी का सामान्य बजट सदन में प्रस्तुत होगा। सदन 18 फरवरी से 5 मार्च तक प्रस्तावित किया गया है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में बहुत कम क्षण आए हैं, जब इतने लंबे समय के लिए सदन आहूत किया गया हो। सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष का नहीं, बल्कि विपक्ष का भी महत्वपूर्ण दायित्व है। उन्होंने आशा जताई कि सदन चर्चा-परिचर्चा का मंच बने। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार ने पिछले लगभग आठ वर्ष के अंदर जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, वह अभूतपूर्व हैं। अभिभाषण व सदन के अंदर चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से उसकी झलक देखने को मिलती है।
5 मार्च को होगी राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के परसेप्शन में आए व्यापक बदलाव और देश-दुनिया के द्वारा यूपी को आकर्षण का केंद्र मानते हुए वर्तमान स्थितियां दिखती हैं। हताश-निराश विपक्ष इन मुद्दों पर चर्चा और सदन की कार्यवाही से भागने का प्रयास करता है। विपक्ष अगर सार्थक चर्चा को आगे बढ़ाने में मदद करेगा तो यह बजट सत्र बहुत अच्छा हो सकता है। 5 मार्च तक चलने वाली सदन की कार्यवाही महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करने, सभी सदस्यों को अपनी बात रखने, सामान्य व अनुदान मांगों पर भी चर्चा करने के साथ ही विधायी कार्यों को संपन्न करने के साथ-साथ जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावी चर्चा का मंच बन सकता है। यहां माननीय सदस्यों को अपनी बातें रखने का अवसर भी प्राप्त होगा।