बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने महाकुंभ (Mahakumbh) की व्यवस्था को लेकर विपक्षी दलों के सवालों को निराधार बताते हुए कहा कि आज महाकुंभ पर अशोभनीय टिप्पणियां वही लोग कर रहे हैं जिनका इतिहास ही सनातन संस्कृति के तिरस्कार पर आधारित तुष्टिकरण के पोषण का रहा है।
विजय सिन्हा ने बुधवार को विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि ये वही लोग हैं जो बंगाल में सनातन की संतानों को हत्या, बलात्कार और लूटपाट के जरिए पीड़ित करते हैं। ये वही लोग हैं, जिनके पूर्वज ने कारसेवकों पर गोलियां चलवाई थी। ये वही लोग हैं, जिन्होंने साम्प्रदायिकता और जाति के जहर से वर्षों तक भाई-भाई को लड़ाकर अपनी सत्ता की जागीर को सुरक्षित रखने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि सनातन के अपमान से जिनका दामन रंगा है आज वही महाकुंभ को ‘फालतू' और ‘मृत्युकुम्भ' कहकर अपमानित कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि महाकुंभ की अपार सफलता इसी बात से साबित होती है कि बीते 35 दिनों में देश और दुनिया के करीब 56 करोड़ लोग अबतक ‘आस्था की डुबकी' लगा चुके हैं। यदि आर्थिक पैमाने पर भी बात की जाए तो योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने 7500 करोड़ रुपए व्यवस्था में खर्च किये और करीब दो लाख करोड़ रुपए का अनुमानित व्यापार वहां हुआ है। महाकुंभ को आज दुनिया भर में हमारी सांस्कृतिक विरासत के महोत्सव के रूप में पहचान मिली।
सिन्हा ने कहा, हमारी संस्कृति और विरासत हमारी पहचान का मूल आधार है। सदियों से इसी सांस्कृतिक एकता के कारण हम अपनी विविधताओं के बीच एक रहे हैं इसीलिए हमारे संविधान निर्माताओं ने भी संविधान की मूल प्रति में पांच हजार साल और 12 प्रमुख ऐतिहासिक खंडों की ऐतिहासिक विरासत को चित्रों और भावों के माध्यम से संयोजित किया था। आज उसी मूलमंत्र पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर की डबल इंजन सरकारें‘विरासत के साथ विकास'की परिपाटी को आगे बढ़ा रही है।''