नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार के बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह योगी सरकार का दूसरा आखिरी बजट था, और इसके बाद उनकी सरकार का बजट आएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि इस बजट में कोई स्पष्टता नहीं है, और यह पूरी तरह से बिना विजन के पेश किया गया है। उनका आरोप था कि कई बार योगी सरकार के बजट उनके घोषणापत्र से मेल नहीं खाते हैं।
बीजेपी नेताओं को संगम का पानी भेजा जाए- सपा
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संगम का पानी शुद्ध बताने पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं को संगम का पानी भेजना चाहिए ताकि वे उसी पानी से खाना बनाएं, नहाएं और पिएं। उन्होंने यह भी कहा कि इस पानी को विधानसभा में भी रखा जाना चाहिए और विधायकों को भी पिलाना चाहिए, क्योंकि मुख्यमंत्री को इस पानी में बैक्टीरिया के बारे में नहीं पता है।
इस बार का बजट बिल्कुल खोखला- अखिलेश
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि हर बार बजट में सरकार दावा करती है कि यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बजट है, लेकिन यह सिर्फ ढोल की आवाज जैसा होता है, जिसमें अंदर से कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस बार का बजट बिल्कुल खोखला है और जनता को लगता है कि बजट आया ही नहीं है।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि यह पहली सरकार है जो उर्दू के खिलाफ उर्दू शब्दों का इस्तेमाल करती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि योगी सरकार ने भाषण में कई उर्दू शब्दों का इस्तेमाल किया, जैसे- बदनाम, बख्शा नहीं जाएगा, हादसा, जान, हसीन, आदि। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या कोई बता सकता है कि 'गैर', 'क्रिकेट', 'मेट्रो' और 'स्टेशन' जैसे शब्दों की हिंदी क्या है?
बजट ने किसानों और महिलाओं की उम्मीदों को तोड़ा
अखिलेश ने यह आरोप भी लगाया कि इस बजट ने किसानों और महिलाओं की उम्मीदों को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में आम जनता के लिए कोई योजना नहीं है, और लोग पूछ रहे हैं कि सरकार का प्रवचन तो आया, लेकिन बजट कब आएगा। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि इस बजट से बीजेपी के मंत्री और विधायक भी निराश हैं क्योंकि इसमें उनके विभागों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के वादे पूरे नहीं किए हैं, और इस बजट के बाद योगी सरकार का आखिरी बजट आएगा, जिसके बाद नई सरकार सत्ता में आएगी।