चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरूआत से पहले नवचयनित विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने देश के गृह मंत्री अमित शाह के मुलाकात की। केंद्रीय गृह मंत्री ने कल्याण को नए दायित्व के लिए बधाई व अच्छे कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान कल्याण ने केंद्रीय गृह मंत्री को बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से लोग काफी प्रभावित हैं।
बता दें कि हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष बनने के बाद हरविंद्र कल्याण ने पिछले दिनों उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से भी मिलकर आए थे। एक दिन पहले ही उन्होंने लोकसभ अध्यक्ष ओम बिरला के साथ भी मुलाकात की थी।
हरविंद्र कल्याण हाल ही में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने गए हैं। हरविंद्र कल्याण ने हाल ही में विधानसभा के विधायी कार्यों से संबंधित कार्यों को भी गति दी है। हरियाणा में विधायकों को अलॉट होने वाले एमएलए फ्लैट्स के मामले में भी उन्होंने कार्यों में गतिशीलता लाई है। ऐसी जानकारी मिली है कि शैक्षणिक दृष्टि से इंजीनियरिंग पास हरविंद्र कल्याण हरियाणा की ई-विधानसभा को और सुदृढ़ बनाने के लिए सकारात्मक प्रयास करेंगे।
विधायकों को ई-लाइब्रेरी, ई-संवैधानिक जानकारी तथा वैधानिक जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए हरविंद्र कल्याण इन कार्यों को प्राथमिकता दे सकते हैं। अतीत में राजनीति में रहते हुए गैर विवादास्पद व्यक्तित्व के रूप में पहचान रखने वाले हरविंद्र कल्याण प्रचार-प्रसार की बजाए व्यवहारिकता में कामों में अमलीजामा पहनाने में यकीन रखते हैं।
सत्ता पक्ष और विपक्ष कर चुके हैं तारीफ
हरविंद्र कल्याण को बिना किसी विवाद के सर्वसम्मति से विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया था। कल्याण के विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की ओर से कल्याण की कार्यप्रणाली को लेकर उनकी खुलकर तारीफ भी की गई थी। एक ओर जहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उम्मीद जताई कि वह अपने विस्तृत अनुभव, अनूठी कार्यशैली, विनम्रता और विवेक जैसे अद्भूत व्यक्तित्व जैसे गुणों से विधानसभा अध्यक्ष के पद की गरिमा को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कल्याण के कुशल व्यवहार की खुले मन से तारीफ की थी। इसके साथ ही पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रघुबीर कादियान ने भी कल्याण के कार्य करने की प्रणाली की जमकर तारीफ की थी। कादियान ने कहा था कि उन्होंने हरविंद्र कल्याण के संस्कार के साथ शिक्षा और विधायक के रूप में सभी कार्य देखे हैं। पीसीसी सदस्यों की नियुक्ति में भी उनकी ओर से कोई भेदभाव नहीं किया गया।
पहले ही शुरू कर दी थी तैयारियां
विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद ही हरविंद्र कल्याण अपने कार्य में जुट गए थे। सबसे पहले उन्होंने विधानसभा सचिवालय के सभी अधिकारियों की बैठक बुलाई। अपनी पहली बैठक में कल्याण मोटिवेशनल स्पीकर और सचिवालय स्टाफ के संरक्षक की भूमिका में नजर आए। इस दौरान उन्होंने अपनी कार्यशैली को लेकर विस्तार से बातें रखीं और सचिवालय का वातावरण उत्साहवर्धक बनाने के लिए अनेक टिप्स भी दिए। बैठक के बाद विस अध्यक्ष ने सभी अधिकारियों से व्यक्तिगत बातचीत की।
विस अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र की शीर्ष संस्था विधायिका की गरिमा के अनुसार विधान सभा सचिवालय में सकारात्मक वातावरण और अनुशासन जरूरी है। उन्होंने कहा कि अनुशासन को बोझ न समझते हुए इसका आनन्द लें। अनुशासन और कार्य के प्रति निष्ठाभाव किसी भी क्षेत्र में सफलता का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि कार्यप्रणाली का मूल तत्व उत्साह होना चाहिए। उत्साह सिर्फ शरीर से नहीं आता, बल्कि यह मानसिक अवस्था है। उन्होंने कहा कि जैसे हम कड़ी मेहनत और बड़ी आशाओं के साथ अपने बच्चों की परवरिश करते हैं, उसी मनोभाव से लोकतंत्र के इस मंदिर को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए निष्ठाभाव से कार्य करें।