डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी नई टीम में भारत (India) के समर्थन में सक्रिय नेताओं को अहम जिम्मेदारियां देने की तैयारी है। खबरों के मुताबिक, ट्रंप ने फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो (Marco Rubio ) को विदेश मंत्री और कांग्रेस सदस्य माइक वॉल्ट्ज ( MIke Waltz) को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त करने का फैसला किया है। दोनों नेताओं को चीन के खिलाफ और भारत के पक्ष में मजबूत रुख रखने वाला माना जाता है, जिससे उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन में भारत-अमेरिका संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
भारत के साथ गहरे संबंधों के समर्थक मार्को रुबियो
मार्को रुबियो, जो ट्रंप के विदेश मंत्री बनने जा रहे हैं, लंबे समय से भारत-अमेरिकी साझेदारी को समर्थन देते रहे हैं। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वॉशिंगटन यात्रा से पहले, रुबियो ने एक बयान में कहा था कि "हम वैश्विक इतिहास के एक नए दौर में हैं, जहां भारत और अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों और साझे राष्ट्रीय हितों पर आधारित एक मजबूत गठबंधन बना सकते हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों के सुरक्षा और आर्थिक हित कई मुद्दों पर आपस में जुड़े हुए हैं, और इस गठजोड़ से वैश्विक मंच पर शक्ति संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। रुबियो का मानना है कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के साथ अमेरिका का मजबूत रिश्ता न केवल एशिया में, बल्कि पूरे विश्व में स्थिरता को बढ़ावा दे सकता है। उनके विदेश मंत्री बनने से चीन पर अमेरिका की रणनीतिक स्थिति और सख्त हो सकती है, क्योंकि रुबियो का रुख चीन के प्रति हमेशा कड़ा रहा है।
माइक वॉल्ट्ज: ट्रंप के कट्टर समर्थक
माइक वॉल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर चुना गया है। वॉल्ट्ज, जो एक अनुभवी सैनिक और आर्मी नेशनल गार्ड से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, ट्रंप के करीबी माने जाते हैं। वह भारत-अमेरिका संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अमेरिकी कांग्रेस में 'कांग्रेसनल कॉकस' के सह-अध्यक्ष भी रहे हैं। भारत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता इस बात से जाहिर होती है कि उन्होंने कई मौकों पर दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए जोर दिया है।वॉल्ट्ज का मानना है कि भारत के साथ मजबूत रक्षा सहयोग, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर चीन की बढ़ती शक्ति को संतुलित करने के लिए। उनका कहना है कि भारत जैसे साथी देशों के साथ सुरक्षा सहयोग से क्षेत्रीय स्थिरता और अमेरिकी हितों की रक्षा में मदद मिलेगी।
अमेरिका-भारत संबंधों में नई उम्मीदें
फ्लोरिडा के सीनेटर रिक स्कॉट ने रुबियो की विदेश मंत्री पद पर नियुक्ति की पुष्टि की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि "मार्को रुबियो का विदेश मंत्री बनना अमेरिका के लिए एक शानदार कदम है।" वॉल्ट्ज की नियुक्ति से भारत के साथ सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ने की उम्मीद है। रुबियो और वॉल्ट्ज, दोनों के ट्रंप प्रशासन में प्रमुख पदों पर होने से अमेरिका-भारत संबंधों में गहरी मजबूती आने की उम्मीद की जा रही है। ट्रंप प्रशासन की इस नई रणनीतिक टीम से चीन के प्रति सख्त नीतियां और भारत-अमेरिका संबंधों में और मजबूती आने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।