देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और इसके चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के लिए ये थोड़ा मुश्किल वक्त दिख रहा है। जुलाई-सितंबर तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा घट गया। वहीं अब कंपनी के मार्केट कैप में लगभग 50 अरब डॉलर यानी करीब 42,18,63,25,00,000 रुपए की कमी आई है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई में कंपनी के शेयर उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। वर्तमान में इसका मार्केट कैप लगभग 17,37,556.68 करोड़ रुपए रह गया है। बीएसई पर आज कंपनी का शेयर 1.95% की गिरावट के साथ 1280.20 रुपए पर आ गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कमजोर आय और आर्थिक मंदी के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज संघर्ष कर रही है।
एशिया और भारत के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार रिफाइनिंग से लेकर रिटेल तक फैला हुआ है। इस वर्ष कंपनी के शेयरों में ज्यादा तेजी देखने को नहीं मिली है। यह बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स से लगभग एक दशक में सबसे बड़े अंतर से पीछे है। हाल के महीनों में विदेशी बिकवाली और आय वृद्धि की चिंताओं के चलते शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई है। फिर भी देश के प्रमुख सूचकांक अब भी 2024 में एशिया के सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से हैं।
क्यों आ रही है गिरावट
रिलायंस ने पिछले महीने दूसरी तिमाही का रिजल्ट जारी किया था। कंपनी की आय लगातार छठी तिमाही में अनुमान से कम रही। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि कंपनी के प्रमुख कारोबार ऑयल-टू-केमिकल बिजनस के लिए डिमांड कम रही। इस रिजल्ट के बाद से कंपनी के शेयरों में काफी गिरावट आई है। कंपनी ने अगस्त में अपनी एजीएम में निवेशकों को प्रत्येक शेयर पर एक मुफ्त शेयर देने की पेशकश की थी। कंपनी ने अपनी टेलिकॉम और रिटेल यूनिट्स की लिस्टिंग के बारे में कोई डिटेल नहीं दी। टैरिफ में बढ़ोतरी के बाद रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या में कमी आई है।