फेडरल रिजर्व बैंक ने कल देर रात एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (0.25 फीसदी) की कटौती की। दूसरी ओर आज चीन में नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) की बैठक समाप्त हो रही है, जिसके बाद आज राहत पैकेज का ऐलान हो सकता है। चीन की ओर से राहत पैकेज के ऐलान के बाद से भारत के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है और शेयर बाजार दबाव में आ सकता है।
फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (0.25 फीसदी) की कटौती की गई। इस कटौती के बाद अमेरिका में ब्याज दर अब 4.50 प्रतिशत से घटकर 4.75 प्रतिशत हो गई है। इससे पहले सितंबर में भी ब्याज दरों में कटौती की गई थी। यह कदम अमेरिका में महंगाई को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है और इसके परिणामस्वरूप वैश्विक शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली है।
चीन में राहत पैकेज की उम्मीद
दूसरी ओर चीन की स्थिति भी महत्वपूर्ण है। आज नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) की बैठक समाप्त हो रही है, जिसके बाद राहत पैकेज का ऐलान किया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन आज 10 लाख करोड़ रुपए के अतिरिक्त राहत पैकेज की घोषणा कर सकता है। यदि ऐसा होता है, तो इससे चीन की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और आर्थिक गतिविधियों में तेजी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही विदेशी निवेशकों का रुझान भी चीन की ओर बढ़ सकता है।
भारतीय शेयर बाजार के लिए झटका!
अमेरिका और चीन का ये कदम भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे हैं कि विदेशी निवेशक चीन और ग्लोबल मार्केट की ओर ज्यादा उत्साहित होंगे और वहां निवेश करेंगे। वहीं पहले ही भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों ने भारी भरकम रकम निकाली है। पिछले महीने से ही विदेशी निवेशक तेजी से पैसे निकाल रहे हैं, जिस कारण भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली देखी जा रही है।
FII ने निकाली इतनी रकम
पिछले महीने अक्टूबर की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम भारतीय शेयर बाजार से निकाल ली थी। वहीं इस महीने में भी 10 हजार करोड़ के आसपास की बिकवाली की है। ऐसे में पहले से ही भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
अब क्या करेगा भारत?
अमेरिका की ओर से लगातार ब्याज दर में कटौती और चीन की ओर से राहत पैकेज के ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार दबाव में आ सकता है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी इसे लेकर फैसला ले सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि RBI भी रेपो रेट में कटौती कर सकता है। हालांकि कुछ दिन पहले ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि अभी रेपो रेट में कटौती पर विचार नहीं किया जा रहा है।