नयी दिल्ली; पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र सहित भारत के 9 राज्य दुनिया के उन शीर्ष 50 क्षेत्रों में शामिल हैं, जहां जलवायु परिवर्तन के खतरों के कारण मानव निर्मित पर्यावरण को नुकसान का खतरा है। क्रॉस डिपेंडेंसी इनिशिएटिव (एक्सडीआई) की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इसमें बिहार 22वें, उत्तर प्रदेश 25वें, असम 28वें, राजस्थान 32वें, तमिलनाडु 36वें, महाराष्ट्र 38वें, गुजरात 44वें, पंजाब 48वें और केरल 50वें स्थान पर है। इस सूची में चीन और अमेरिका के सबसे ज्यादा क्षेत्र शामिल हैं। शीर्ष 50 में आधे से अधिक प्रांत चीन में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2050 में टॉप 50 सबसे ज्यादा जोखिम वाले राज्यों और प्रांतों में से 80 फीसदी चीन, अमेरिका और भारत में हैं। एक्सडीआई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि यह पहली बार है, जब दुनिया के हर राज्य, प्रांत और क्षेत्र की तुलना में विशेष रूप से निर्मित पर्यावरण पर केंद्रित भौतिक जलवायु जोखिम विश्लेषण किया गया है।
रामबन में धंसी धरती, सोनमर्ग में बर्फ, 23 घरों को नुकसान
जम्मू (हप्र) :जम्मू-कश्मीर में प्रकृति का कहर बरपा है। रामबन जिले में भूस्खलन और सोनमर्ग में हिमस्खलन से 23 मकानों और 10 दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग ने 10 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। रामबन जिले के संगलदान के एक गांव में भूस्खलन से 14 मकानों में दरारें आ गई हैं। इलाके के एसडीएम मजीद वानी ने कहा कि इन घरों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इलाके के लोग सहमे हुए हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद उनकी चिंता बढ़ गई है। उधर, सोनमर्ग के रेजान गांव में हिमस्खलन से 10 मकान और 10 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। इस घटना में किसी इंसान के हताहत होने की सूचना नहीं है। हालांकि, 18 से अधिक पालतू जानवर मारे गए। असम राइफल्स की 34वीं यूनिट के जवानों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य चलाया और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया।