मंडी : मंगलवार को मंडी में प्रैस वार्ता करते हुए नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने एक बार फिर गारंटियों को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा जनता को दी जाने वाली गारंटियों का दौर खत्म होना चाहिए और इसके लिए सभी राजनीतिक दलों व निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नेताओं के लिए चुनाव आयोग को एक गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। चुनाव आयोग की इसी गाइडलाइन के तहत ही सभी नेता चुनाव लड़ने के बाध्य भी होने चाहिए।
सरकार का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरे देश में बना तमाशा
जयराम ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जो गारंटियां दी थीं उन्हे वह पूरा नहीं कर पाई है, जिस कारण आज प्रदेश सरकार का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरे देशभर में तमाशा बनकर रह गया है। जयराम ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मेरी चिंता छोड़ अपनी हिलती कुर्सी की चिंता करें जो कभी भी गिर सकती है। झूठी गारंटियों पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की फटकार के बाद मुख्यमंत्री अब असहज हो गए हैं और उन्हें कुर्सी छिन जाने का डर सता रहा है।
रोज नया झूठ बोल रहे मुख्यमंत्री
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद रोजाना नया झूठ बोल रहे हैं जिस कारण आज उनके मंत्री व विधायक अपनी ही सरकार से नाराज चले हुए हैं और विरोध स्वरूप अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं। पिछले कल आनन-फानन में बैठक कर मुख्यमंत्री को मंत्रियों को अपने घर बुलाना पड़ा, जिससे प्रतीत होता है कि सीएम सुक्खू की कुर्सी हिलती दिखाई दे रही है।
रोपवे का खुद श्रेय लेना चाहते हैं कांग्रेसी नेता
जयराम ने मंडी जिले के पंहोह में बन रहे प्रदेश के पहले रोपवे का जिक्र करते हुए कहा कि 55 करोड़ की लागत से यह रोप-वे नाबार्ड के सहयोग से बनकर तैयार हो गया है लेकिन कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई के कारण इसका उद्घाटन लटका हुआ है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस रोप-वे का श्रेय कांग्रेसी नेता खुद लेना चाहते हैं, जबकि पूर्व भाजपा सरकार यह प्रोजैक्ट लेकर आई है।