Monday, December 23, 2024
BREAKING
श्री फतेहगढ़ साहिब जाने वाली संगत के लिए अहम खबर, दी जाएगी ये खास सुविधा केजरीवाल ने भाजपा पर लगाया आरोप, पूर्वांचलियों की तुलना बांग्लादेशियों से करने का आरोप दिल्ली में Mahila Samman और Sanjeevani Yojana का रजिस्ट्रेशन आज से शुरू, जानें किन्हें मिलेगा फायदा और क्या होंगे जरूरी दस्तावेज Cold Wave: 12 राज्यों में तूफान-बारिश के साथ गिरेंगे ओले, 28 दिसंबर तक पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी कुमार विश्वास के बयान पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत का तीखा हमला, कहा- महिलाओं को संपत्ति समझने की सोच दिखी खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के 3 आतंकियों का एनकाउंटर, 2 AK 47, 2 ग्लॉक पिस्तौल बरामद भूमि अधिग्रहण पर 50 फीसदी हिस्सेदारी दे केंद्र शेख हसीना की पार्टी ‘अवामी लीग’ के 167 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किया आत्मसमर्पण जााति जनगणना की मांग पर मुसीबत में राहुल गांधी चुनाव नियम बदलना सरकार की सोची-समझी साजिश

राजनीति

सियासत में गुमनाम होकर रह गई ये नामी हस्तियां, पार्टियां बदलना नहीं आया रास

01 अप्रैल, 2024 04:33 PM

चंडीगढ़: राजनीति में आमतौर पर कहा जाता है कि कोई किसी का सगा नहीं होता, हर कोई अपना फायदा और सुविधा देखकर ही फैसले लेता है। देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव की तैयारियां चरम पर हैं, इसके साथ ही दलबदल का दौर भी जारी है। पार्टियों की ओर से जीत हासिल करने के लिए तरह-तरह के जोड़-तोड़ किए जा रहे हैं। ऐसे कई नेता हैं जिन्हें पार्टी बदलने से फायदा हुआ और उन्हें ऊंचे पद मिले। पंजाब की राजनीति में कुछ ऐसे नाम भी हैं, जो पहले तो काफी मशहूर थे, लेकिन पार्टी बदलने के बाद राजनीति से गुमनाम हो गए । आइए आज ऐसे ही कुछ लोकप्रिय नामों पर एक नजर डालते हैं:

1. नवजोत सिंह सिद्धू
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाले नवजोत सिंह सिद्धू अक्सर अपने बेबाक भाषणों और बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते थे। लेकिन इस लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने क्रिकेट कमेंट्री में वापसी का फैसला किया। इसी समय वह आई.पी.एल. में कमेंट्री कर रहे हैं राजनीति की शुरूआत में सिद्धू काफी सफल रहे थे। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुनंदन लाल भाटिया को भी हराया। 2014 तक वे बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पहले नंबर पर शामिल थे। फिर वह कांग्रेस में आए और उन्हें कैबिनेट मंत्री और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवाजा गया, लेकिन अब पार्टी के ही नेताओं से मनमुटाव के कारण उन्होंने खुद को राजनीति से दूर कर लिया है।

2. मनप्रीत बादल
मनप्रीत बादल एक समय शिरोमणि अकाली दल का बड़ा नाम था। पार्टी ने उन्हें वित्त मंत्री भी बनाया, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के लालच ने उनकी गाड़ी को पटरी से उतार दिया। उन्होंने सबसे पहले अपनी पार्टी पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब बनाई। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए और जब वहां भी सरकार बनने पर उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया। अब वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं, लेकिन राजनीतिक गलियारों से उनका नाम गायब है।

3. बीर दविंदर सिंह
पार्टियां बदलने के बारे में बीर दविंदर सिंह का एक किस्सा काफी मशहूर है। दरअसल, उस समय बीर दविंदर सिंह शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस, बीएसपी और पी.पी.पी. और आम आदमी पार्टी के संपर्क में थे। एक दिन घर की सफाई करते समय उनकी बहू को स्टोर से अकाली दल, बीएसपी, कांग्रेस और पीपीपी पार्टीी के झंडे व अन्य सामान निकला तो उन्होंने पूछा कि किस पार्टी का सामान रखना है। उन्होंने हंसते हुए कहा कि सारा कुछ पड़ा रहने दो, क्या पता किस पार्टी में दाव लग जाए। संसदीय मामलों में वे एक अच्छे वक्ता होने के साथ-साथ वह एक अच्छे प्रवक्ता भी थे लेकिन वे कभी किसी उच्च राजनीतिक पद तक नहीं पहुंच सके। एक के बाद एक पार्टियां बदलने के बावजूद वह कोई बड़ा पद पाने में सफल नहीं हो सके।


4. जगमीत बराड़
जगमीत बराड़ को आवाज़-ए-कौम के नाम से जाना जाता रहा है। साल 1992 में जब वे संसद पहुंचे और अपना पहला भाषण दिया तो उसमें उन्होंने पंजाब की समस्याओं के बारे में बताया। उनका भाषण सुनकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी काफी प्रभावित हुए और अपनी सीट से उठकर उन्हें बधाई देने पहुंचे। जगमीत बराड़ कांग्रेस से कांग्रेस (तिवारी), फिर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल में गए। उनके कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सुखबीर बादल को हराया भी था, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी राजनीतिक जमीन ऐसी खोई, जिसकी तलाश में वह आज भी हैं।

 

Have something to say? Post your comment

और राजनीति खबरें

Haryana Election 2024: बागी नेताओं पर कांग्रेस का एक्शन, 13 नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता

Haryana Election 2024: बागी नेताओं पर कांग्रेस का एक्शन, 13 नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता

Haryana Assembly Elections: सोनीपत में फिर खिलेगा कमल, बीजेपी प्रत्याशी  निखिल मदान का दावा

Haryana Assembly Elections: सोनीपत में फिर खिलेगा कमल, बीजेपी प्रत्याशी निखिल मदान का दावा

खरड़ में लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालतों में हजार के करीब केसों का हुआ निपटारा

खरड़ में लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालतों में हजार के करीब केसों का हुआ निपटारा

जाधव ने आयुष तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला

जाधव ने आयुष तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला

Lok Sabha Elections 2024: प्रचार के आखिरी दिन हिमाचल व पंजाब में गरजेंगे CM योगी, लुधियाना में BJP प्रत्याशी रवनीत बिट्टू के समर्थन में करेंगे रैली

Lok Sabha Elections 2024: प्रचार के आखिरी दिन हिमाचल व पंजाब में गरजेंगे CM योगी, लुधियाना में BJP प्रत्याशी रवनीत बिट्टू के समर्थन में करेंगे रैली

Loksabha Election : यूपी की 31 सीटों पर टिकी दिल्ली की सत्ता

Loksabha Election : यूपी की 31 सीटों पर टिकी दिल्ली की सत्ता

सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज, हाई कोर्ट ने कहा…

सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज, हाई कोर्ट ने कहा…

चुनावी सभा के बीच स्टेज पर नाचने लगे एक्टर गोविंदा, मौजूद जनता और बाकी नेता भी झूम उठे

चुनावी सभा के बीच स्टेज पर नाचने लगे एक्टर गोविंदा, मौजूद जनता और बाकी नेता भी झूम उठे

देश की जनता को समान भाव से देखने वाला पीएम देगा इंडिया गठबंधन: थरूर

देश की जनता को समान भाव से देखने वाला पीएम देगा इंडिया गठबंधन: थरूर

कांगड़ा चंबा लोक सभा बना पहेली आनंद शर्मा का नाम आया सामने

कांगड़ा चंबा लोक सभा बना पहेली आनंद शर्मा का नाम आया सामने