मुआन: दक्षिण कोरिया के दक्षिण-पश्चिम काउंटी मुआन में रविवार को एक हवाई अड्डे पर रनवे से उतरने और दीवार से टकराने के बाद 181 लोगों को ले जा रहे एक यात्री विमान के आग की चपेट में आ जाने से उसमें सवार 124 लोगों की मौत हो गयी जबकि बचावकर्मियों ने दो यात्रियों को बचा लिया। रविवार को मुआन काउंटी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों को छोड़कर बाकी सभी लोग मारे गए हैं। योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, दुर्घटना आज सुबह 9:07 बजे हुई, जब जेजू एयर की उड़ान उतरते समय रनवे से फिसल गई और सोल से लगभग 288 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दक्षिण जिओला प्रांत के मुआन काउंटी में मुआन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बाड़ की दीवार से टकरा गई।
अग्निशमन अधिकारियों ने भी कहा कि दुर्घटना से बचाए गए दो लोगों को छोड़कर, विमान में सवार सभी लोगों के मारे जाने की आशंका है। पीड़ितों के शवों को निकालने का कार्य जारी है। अग्निशमन एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा,“विमान के दीवार से टकराने के बाद यात्री विमान से बाहर गिर गए। उनके बचने की संभावना बेहद कम है।” अधिकारी ने कहा,“विमान लगभग पूरी तरह नष्ट हो गया है और मृतकों की पहचान करना मुश्किल है। हम अवशेष बरामद करने की प्रक्रिया में हैं, जिसमें समय लगेगा।”
दुर्घटना में केवल दो चालक दल के सदस्य बच गए क्योंकि दुर्घटना के तुरंत बाद उन्हें बचा लिया गया। उनका इलाज मोकपो के अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा था और उनकी चोटें जानलेवा नहीं हैं। बोइंग 737-800 विमान में चालक दल के छह सदस्यों सहित कुल 181 लोग सवार थे, जो बैंकॉक से देर रात 1:30 बजे रवाना हुआ था। इसे सुबह लगभग 8:30 बजे मुआन पहुंचना था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दो थाई नागरिकों को छोड़कर अधिकांश यात्री कोरियाई थे।
पीड़ितों के शवों को रखने के लिए मुआन हवाई अड्डे के अंदर एक अस्थायी मुर्दाघर स्थापित किया गया है।
अधिकारियों का मानना है कि लैंडिंग की विफलता, संभवतः किसी पक्षी के टकराने के कारण दुर्घटना का कारण बनी होगी। उन्होंने सटीक कारण निर्धारित करने के लिए साइट पर जांच शुरू की। दक्षिण जिओला अधिकारियों ने आपातकालीन अलर्ट को उच्चतम स्तर पर बढ़ा दिया और सभी उपलब्ध बचाव तथा पुलिस कर्मियों को दुर्घटना स्थल पर तैनात कर दिया। कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने मुआन काउंटी को एक विशेष आपदा क्षेत्र घोषित किया क्योंकि उन्होंने दुर्घटनास्थल का दौरा कर अधिकारियों को खोज अभियान के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया। श्री चोई ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें हर संभव सरकारी सहायता देने का वादा किया। राष्ट्रपति कार्यालय ने दिन की शुरुआत में शीर्ष सचिवों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई और खोज और अन्य अभियानों के लिए समय पर प्रतिक्रिया के लिए चौबीसों घंटे आपातकालीन प्रणाली बनाए रखने का निर्णय लिया।