मुंबई हमलों के गुनहगारों में से एक और इंटरनेशनल आतंकी हाफिज अब्दुल रहमान मक्की का निधन हो गया है। जमात-उद-दावा (JuD) के मुताबिक मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार था और लाहौर के एक प्राइवेट अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि हाई शुगर की वजह से उसकी तबीयत खराब थी। आज सुबह उसे दिल का दौरा पड़ा और उसने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
भारत के लिए मोस्ट वांटेड था मक्की
हाफिज अब्दुल रहमान मक्की आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और उसकी राजनीतिक शाखा जमात-उद-दावा (JuD) का प्रमुख नेता था। वह हाफिज सईद का बहनोई था जिसे 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है। मक्की को भारत के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र (UN) और कई देशों ने भी आतंकवादी घोषित किया था।
आतंकी फंडिंग के मामले में जा चुका था जेल
2022 में पाकिस्तान में मक्की को आतंकी फंडिंग के आरोपों में दोषी ठहराया गया और जेल भेजा गया था। हालांकि पाकिस्तान पर अक्सर अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने के आरोप लगते रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने भी घोषित किया था आतंकी
UN ने 2023 में मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया।
अमेरिका ने मक्की को 'विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी' का दर्जा दिया और उसकी गिरफ्तारी पर इनाम रखा था।
भारत पर आतंकी हमलों की करता था साजिश
मक्की पर भारत में आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलों की साजिश रचने के गंभीर आरोप थे। वह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की 'मोस्ट वांटेड' आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल था।
आतंकी संगठनों पर कसा जाएगा शिकंजा?
मक्की की मौत के बाद एक बार फिर पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने पाकिस्तान पर कई बार आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि मक्की की मौत के बाद आतंकवाद से जुड़े संगठनों पर कितना शिकंजा कसा जाएगा।