श्रीनगर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू-कश्मीर के शाहर श्रीनगर पहुंचेंगे। अधिकारियों ने कहा कि कड़ी सुरक्षा के बीच अमित शाह रविवार शाम को जम्मू पहुंचे, जो जम्मू-कश्मीर की उनकी तीन दिवसीय यात्रा की शुरुआत है। पिछले साल के विधानसभा चुनावों के बाद से यह केंद्र शासित प्रदेश की उनकी पहली यात्रा है जिसमें उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने शानदार जीत हासिल की थी। अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर पहुंचने के तुरंत बाद गृह मंत्री शहीद पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट के परिवार से मिलने जाएंगे, जो सितंबर 2023 में अनंतनाग के जंगलों में गोलीबारी में मारे गए थे।
गौरतलब है कि इसी मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष धोंचक तथा एक जवान शहीद हो गया था। सात दिनों तक चले अभियान का समापन लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर उजैर खान के मारे जाने के साथ हुआ। अमित शाह मारे गए पुलिस उपाधीक्षक के परिवार से मिलने के बाद सड़क मार्ग से श्रीनगर राजभवन जाएंगे, जहां वे रात्रि विश्राम करेंगे।
अमित शाह के आगमन को लेकर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है, साथ ही प्रमुख प्रवेश और निकास बिंदुओं पर तैनाती बढ़ा दी गई है। शनिवार को कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विधि कुमार बिरदी ने यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक संयुक्त सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। गृह मंत्री मंगलवार को राजभवन में दो महत्वपूर्ण बैठकों की अध्यक्षता करेंगे – एक जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए और दूसरी क्षेत्र में विकास परियोजनाओं की प्रगति का आकलन करने के लिए।
श्रीनगर में यह बैठक मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा (जेकेएएस) से 48 अधिकारियों के हालिया तबादले को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच होगी।श्री अब्दुल्ला ने पिछले सप्ताह श्री शाह को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उपराज्यपाल ने बिना किसी कानूनी आधार के पुनर्गठन अधिनियम का उल्लंघन करते हुए स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया है। जवाब में श्री सिन्हा ने दोहराया कि उन्होंने किसी भी संवैधानिक सीमा का उल्लंघन नहीं किया है। इस बीच, हाई-प्रोफाइल यात्रा के लिए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।