शिमला : हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। इसके चलते राज्य के कई जिलों में आज भी बारिश का दौर जारी है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है। वहीं कुछ इलाकों में आंधी-तूफान आने की ाी भी सूचना है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते शिमला, मनाली, धर्मशाला, मंडी, कुल्लू, चम्बा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जैसे क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में अगले 12 घंटों के भीतर तेज हवाओं के साथ गरज-चमक और ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट जारी किया है।
लाहौल-स्पीति और रोहतांग दर्रे में हिमपात
शुक्रवार को भी लाहौल-स्पीति की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी जारी है। रोहतांग दर्रे, सेवन सिस्टर पीक और बारालाचा पास में रुक-रुककर बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। ताजा हिमपात के कारण सड़क परिवहन पर भी असर पड़ सकता है। लाहौल के साथ-साथ कुल्लू में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, कुल्लू में सुबह से आसमान में घने बादल छाए हैं, जिससे बारिश की संभावना बनी हुई है।
ओलावृष्टि से फसलों को खतरा, किसान-बागवान चिंतित
शिमला सहित अन्य जिलों में बीते दिन हुई ओलावृष्टि के कारण तापमान में 4 से 6 डिग्री सैल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। कुल्लू और लाहौल में भी तापमान में गिरावट देखी गई है। निचले इलाकों में जहां बारिश से फसलों को थोड़ी राहत मिली है, वहीं ओलावृष्टि का डर किसानों और बागवानों को सताने लगा है। बागवानी विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में सेब के पेड़ों में फूल आने का समय है, और यदि इस दौरान ओलावृष्टि होती है तो फूल झड़ सकते हैं, जिससे इस बार की फसल को भारी नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान और चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी, शिमला, सिरमौर, चम्बा और कांगड़ा जिलों में आगामी 12 घंटों में तेज हवाओं (30-40 किमी/घंटा की गति से) के साथ गरज-चमक और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।