नई दिल्ली: आईपीएल 2025 में विदेशी खिलाडिय़ों के खराब प्रदर्शन पर वीरेंद्र सहवाग का गुस्सा फूटा है। सहवाग ने कुछ खिलाडिय़ों का नाम लेते हुए उन्हें जमकर सुनाया है। सहवाग ने यहां तक कह डाला कि यह खिलाड़ी बस भारत में छुट्टियां बिताने के लिए आते हैं। यह मैच हारने के बाद भी पार्टी मांगते हैं और फ्रेंचाइजी के भारतीय खिलाडिय़ों को यह बात चुभती है। उन्होंने कहा कि मुझे तो लगता है कि मैक्सवेल और लिविंगस्टोन की भूख मिट चुकी है। यह लोग यहां पर हॉलीडे मनाने आते हैं। वीरू ने आगे कहा कि इन्हें टीम के साथ लगाव भी नहीं है। इनके अंदर वह लगन नहीं है कि मुझे टीम को जिताना है। टीम को ट्रॉफी जिताने के लिए मुझे कांट्रीब्यूट करना है। सहवाग ने कहा कि मैंने बहुत सारे विदेशी खिलाडिय़ों के साथ टाइम बिताया है। उनमें से एक या दो ही मुझे लगे, जिनके अंदर यह था कि नहीं यार मुझे जीतना है। मैक्सवेल और लिविंगस्टोन में यह बात मुझे नजर नहीं आई। यह लोग आते हैं, बातें करते हैं और बस बातें करके चले जाते हैं। इनकी परफॉर्मेंस कुछ नहीं है। इस कार्यक्रम में वीरू के साथ पूर्व स्पिनर अमित मिश्रा भी थे।
शो होस्ट कर रहे गौरव कपूर ने वीरू से पूछा कि जिन विदेशी खिलाडिय़ों के साथ आप खेले, उनमें से कौन थे, जो वास्तव में जीतने के लिए खेलते थे। इस पी वीरू ने कहा, सबसे पहले तो डेविड वॉर्नर थे, दूसरे ऑस्ट्रेलिया के ही ग्लेन मैक्ग्रा होते थे। इसके अलावा एक और खिलाड़ी थे, एबी डिविलियर्स। सहवाग ने कहा कि मैक्ग्रा तो मुझे यह बोलते थे तू मुझे खिला क्यों नहीं रहा है। तू मुझे खिला, मैं तेरे को जिता के दूंगा, लेकिन मेरा कॉम्बिनेशन ऐसा बैठता था कि या तो मैं मैक्ग्रा को खिलाऊं या डिर्क ननेस को खिलाऊं। वजह, बाकी मेरी टीम में विदेशी बल्लेबाज खेलते थे। ऐसे में मैक्ग्रा को मैं खिला नहीं पाता था। वीरू ने कहाकि यह तीन प्लेयर मैंने देखे हैं जो आईपीएल में जीत के लिए जुनूनी थे।