सिटी रिपोर्टर
खरड़ : रयात बाहरा यूनिवर्सिटी स्कूल आफ फिजियोथेरेपी और रेडियोलाजी के मेडिकल रेडियोलाजी और इमेजिंग टेक्नोलाजी विभाग और रयात बाहरा कालेज ऑफ नर्सिंग और इंडियन सोसाइटी आफ रेडियोग्राफर्स एंड टेक्नोलाजिस्ट, चंडीगढ़ चैप्टर ने विश्व रेडियोग्राफी दिवस मनाने के लिए चौथी सीएमई सह कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम रेडियोलाजी और बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन में रोगी देखभाल के साथ स्वास्थ्य सेवा में बदलाव विषय पर केंद्रित था। यह प्रोग्राम रेडियोलाजी में रोगी देखभाल के महत्वपूर्ण पहलुओं और प्रभावी बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के महत्व पर चर्चा करने के लिए छात्रों, शिक्षकों और क्षेत्र के पेशेवरों को एक साथ लाया। कार्यक्रम का आयोजन रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा और वाइस चांसलर डाक्टर परविंदर सिंह के नेतृत्व में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अविनाश राय खन्ना पूर्व सांसद राज्यसभा थे। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। डाक्टर ललित कुमार गुप्ता, प्रोफेसर कम डीन, यूएसपीआर और डाक्टर दीपिका, कालेज आफ नर्सिंग की डायरेक्टर और प्रिंसिपल सीएमई के चेयरपर्सन थे। डाक्टर सिमरजीत कौर, डीएसडब्ल्यू, डायरेक्टर आईक्यूएसी, डाक्टर पंकज कौल, डीन यूएसएएचएस, भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अंकुर सैनी ने विश्व रेडियोग्राफी दिवस स्कैन के पीछे के विज्ञान का जश्न से शुरुआत की जिसके बाद आरबीसीएन की नेहा ने बायोमेडिकल अपशिष्ट स्रोतों पर चर्चा की। यूएसपीआर से इप्शिता अधिकारी ने स्वास्थ्य देखभाल अपशिष्ट और असफल प्रबंधन प्रथाओं के स्वास्थ्य प्रभावों पर जानकारी दी। ममता पांडा ने रेडियोलाजी में आपातकालीन प्रबंधन और सुरक्षित हस्तांतरण पर चर्चा की और आरबीसीएन की सुनंदा ने बायोमेडिकल अपशिष्ट पृथक्करण और परिवहन पर चर्चा की। समापन समारोह की अध्यक्षता डाक्टर ललित कुमार गुप्ता, डीन यूएसपीआर ने की और अतिथियों को धन्यवाद दिया।