मिर्जापुर वेब सीरीज और 12 फेल जैसी फिल्मों से मशहूर हुए एक्टर विक्रांत मैसी इन दिनों अपनी नई फिल्म "द साबरमती रिपोर्ट" के प्रमोशन में व्यस्त हैं। फिल्म में उनके साथ अभिनेत्री राशि खन्ना और रिद्धी डोगरा भी हैं। लेकिन फिल्म के प्रमोशन के दौरान विक्रांत के कुछ बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गए हैं, और अब उन्हें ट्रोल भी किया जा रहा है। इस लेख में हम आपको विक्रांत मैसी के हालिया बयान और उन पर उठ रहे विवादों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
फिल्म "द साबरमती रिपोर्ट" और विक्रांत का बयान
"द साबरमती रिपोर्ट" 2002 के साबरमती ट्रेन हादसे पर आधारित है, जो भारत के इतिहास का एक बेहद संवेदनशील और पॉलिटिकल मामला है। इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान विक्रांत ने कुछ ऐसे बयान दिए, जिनकी वजह से वह आलोचनाओं का शिकार हो गए। उन्होंने हाल ही में कहा था कि "मुझे नहीं लगता कि हिंदू या मुस्लिम खतरे में हैं", जो एक विवादास्पद बयान बन गया है।
विक्रांत ने बदला था अपना रुख
विक्रांत मैसी ने पहले कभी बीजेपी की विचारधारा की आलोचना की थी, लेकिन हाल ही में उनके बयान में एक बदलाव देखा गया। उन्होंने यह भी कहा कि जो चीजें पहले उन्हें बुरी लगती थीं, अब उन्हें वैसा नहीं लगता। उन्होंने कहा कि, "जो चीजें मुझे पहले बुरी लगती थीं, वे रियल में मेरे नजरिए से बुरी नहीं हैं" और यह कि "जो चीजें मुझे दूसरों में अच्छी लगती थीं, वे रियल में उतनी अच्छी नहीं हैं।"
विक्रांत के इस बयान से साफ प्रतीत होता है कि उन्होंने समय के साथ अपने विचारों में बदलाव महसूस किया है। अब उनका मानना है कि "भारत रहने के लिए सबसे अच्छा देश है", और उन्हें नहीं लगता कि हिंदू या मुस्लिम को किसी तरह का खतरा है।
विक्रांत का भारत के बारे में विचार
विक्रांत ने अपने बयान में कहा, "भारत इस समय रहने योग्य एकमात्र देश है और यह एकमात्र देश है जो दुनिया का भविष्य है"। उनका मानना है कि भारत एक ऐसा देश है जहां लोग अच्छे तरीके से रह सकते हैं और दुनिया में सबसे बेहतर देश है। उन्होंने यूरोप, अमेरिका और फ्रांस का उदाहरण दिया, और कहा कि वहां जाकर लोग देख सकते हैं कि क्या हो रहा है।
विवाद और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
विक्रांत के बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ यूजर्स ने उन्हें "कट्टर हिंदू" तक कह डाला, जबकि कुछ ने उनके विचारों का समर्थन करते हुए लिखा, "हमें आप पर गर्व है"। वहीं, कुछ लोगों ने विक्रांत के बयान को "शर्मनाक" और "सिर्फ एक अच्छा एक्टर होने से आप बुद्धिजीवी नहीं बन सकते" कहा।
विक्रांत के बयान से जुड़े प्रमुख विवाद
हिंदू और मुस्लिम खतरे में नहीं हैं: विक्रांत ने यह कहा कि उन्हें नहीं लगता कि हिंदू या मुस्लिम खतरे में हैं, जबकि भारत में लंबे समय से इस तरह की राजनीतिक बहस चल रही है।
विचारधारा का बदलाव: विक्रांत का यह बयान कि उन्हें अब वामपंथी और दक्षिणपंथी विचारधारा में कोई फर्क नजर नहीं आता, कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था।
भारत को सबसे बेहतरीन देश मानना: विक्रांत ने भारत को दुनिया का सबसे अच्छा देश बताया, जबकि कुछ लोग इसे पक्षपाती या राजनीतिक रंग देने वाला बयान मान रहे हैं।
विक्रांत मैसी का हालिया बयान निश्चित रूप से राजनीति और समाज से जुड़ी संवेदनशील बातें हैं। उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर बहस जारी है, और यह एक सवाल बन गया है कि क्या वह अब एक विशेष विचारधारा को समर्थन देने लगे हैं। हालांकि विक्रांत का कहना है कि उन्होंने समय के साथ अपने विचारों में बदलाव महसूस किया है, लेकिन उनका यह रुख अब उन्हें ट्रोल करने वालों का निशाना बना रहा है।