पूर्वोत्तर भारत के सभी आठ राज्यों में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने जबरदस्त प्रगति की है। भारतीय डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (IDSA) ने गुवाहाटी में आयोजित दूसरे पूर्वोत्तर डायरेक्ट सेलिंग सम्मेलन और एक्सपो में खुलासा किया कि 2022-23 में इस उद्योग ने ₹1,854 करोड़ का कारोबार किया जो पिछले साल की तुलना में ₹255 करोड़ अधिक है।
असम बना सबसे बड़ा बाजार
IDSA की रिपोर्ट के अनुसार असम ₹1,009 करोड़ की बिक्री के साथ देश का 9वां सबसे बड़ा प्रत्यक्ष बिक्री बाजार बन गया है। असम ने 13% वार्षिक वृद्धि और 4.7% राष्ट्रीय बाजार हिस्सेदारी हासिल की। इस उपलब्धि में 2.4 लाख प्रत्यक्ष विक्रेताओं का योगदान है।
अन्य सात राज्यों ने ₹845 करोड़ का योगदान दिया। मिजोरम (31%), सिक्किम (25%), नागालैंड (22.7%) और मणिपुर (20%) में तेजी से वृद्धि हुई है।
महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने पर जोर
सम्मेलन में प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट की चेयरमैन रिनिकी भुयान शर्मा ने महिलाओं की उपलब्धियों को सराहा। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के झंडे गाड़ रही हैं।
कार्यक्रम में क्षेत्र की 45 महिला उद्यमियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान पारंपरिक पूर्वोत्तर पोशाक में उत्पाद रैंप वॉक और उद्योग की प्रदर्शनी ने आकर्षण बढ़ाया।
IDSA का बयान
IDSA के चेयरमैन विवेक कटोच ने कहा कि प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग पूर्वोत्तर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि यह उद्योग 4.2 लाख से अधिक प्रत्यक्ष विक्रेताओं को स्वरोजगार प्रदान कर रहा है।
सरकार का सहयोग
असम सरकार के उपभोक्ता मामलों की सचिव अनसुआ दत्ता बरुआ ने बताया कि सरकार उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उत्पाद गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए डायरेक्ट सेलिंग नियमों का पालन कराने पर ध्यान दे रही है।
उद्योग के उज्ज्वल भविष्य की ओर
वहीं दिनभर चले इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के नेताओं और विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र की प्रगति और संभावनाओं पर चर्चा की। इस आयोजन से यह स्पष्ट हुआ कि पूर्वोत्तर भारत प्रत्यक्ष बिक्री के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।