दिल्ली विश्वविद्यालय में 17 फरवरी से ऑफलाइन पढ़ाई शुरु होने जा रही है। अब डीयू में दो साल बाद परीक्षाएं भी ऑफलाइन होंगी। मई में दूसरे, चौथे, छठे व आठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑफलाइन में ही होंगी। जबकि पहले से तय मार्च में होने वाले पहले, तीसरे, पांचवें व सातवें सेमेस्टर की परीक्षा ओपन बुक एग्जाम के जरिये (ओबीई) आयोजित की जाएगी।
17 फरवरी से की कैंपस खोलने की घोषणा
डीयू परीक्षा शाखा ने वर्किंग ग्रुप (परीक्षा) की सिफारिशों के आधार पर यह फैसला लिया है। परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइन्स जल्द जारी की जाएगी। डीयू के शिक्षकों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। डीयू प्रशासन ने बीते 09 फरवरी को ही 17 फरवरी से कैंपस खोलने की घोषणा की है।
इस तरह से अब डीयू में ऑफलाइन कक्षाएं शुरु होंगी। ऐसे में परीक्षाओं को भी ऑफलाइन मोड में लिए जाने की जरूरत महसूस हो रही थी। अब मई की परीक्षाएं ऑफलाइन ही ली जाएंगी। छात्रों को इस संबंध में पहले से बताया जा रहा है जिससे कि वह इन परीक्षाओं के लिए तैयार हो सकें।
शिक्षकों ने किया विरोध
डीयू के ओबीई मोड में अभी परीक्षा लिए जाने के फैसले पर शिक्षकों ने आपत्ति जताई है। शिक्षक संगठन इंटेक के अध्यक्ष डॉ पंकज गर्ग का कहना है कि यदि पहले सेमेस्टर की परीक्षा ओबीई मोड में होनी है तो छात्रों को 17 फरवरी से ऑफ लाइन मोड की कक्षाओं में बुलाने का कोई मतलब नहीं है।
इन छात्रों की कक्षाएं मार्च के पहले सप्ताह तक हैं। उसके बाद परीक्षा शुरू होनी है। 40 फीसदी से ज्यादा बच्चे दिल्ली से बाहर के हैं। पीजी में रहने के लिए उनको ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं। गरीब तबके के छात्रों को इससे बड़ी परेशानी होगी।