प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अशोक नगर में कई परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए जनता को संबोधित किया। लेकिन इस दौरान एक दिलचस्प घटना घटी, जब उनका टेलीप्रॉम्प्टर अचानक तकनीकी कारणों से रुक गया, और उन्हें कुछ समय के लिए रुकना पड़ा। यह घटना टेलीप्रॉम्पटर के महत्व को उजागर करती है, जो कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों के लिए एक जरूरी उपकरण बन चुका है।
क्या है टेलीप्रॉम्पटर?
टेलीप्रॉम्पटर एक विशेष डिवाइस है जिसका इस्तेमाल न्यूज एंकर, नेता और अन्य सार्वजनिक व्यक्तित्व भाषण देने के दौरान करते हैं। यह डिवाइस स्क्रिप्ट को स्क्रीन पर दिखाता है, ताकि वक्ता बिना कागज देखे अपने शब्दों को आसानी से पढ़ सके। इस तकनीक से वक्ता की नजर सीधे दर्शकों पर रहती है, जिससे वह आत्मविश्वास से भरा हुआ लगता है।
कैसे काम करता है टेलीप्रॉम्पटर?
टेलीप्रॉम्पटर में दो बीम-स्प्लिटर ग्लास होते हैं, जिन पर टेक्स्ट को प्रदर्शित किया जाता है। ये ग्लास 45 डिग्री के कोण पर रखे जाते हैं, और एक मॉनिटर के माध्यम से टेक्स्ट को ग्लास पर प्रक्षिप्त किया जाता है। इस सिस्टम में एक फ्लैट LCD मॉनिटर होता है, जो टेक्स्ट को बड़ा करके दिखाता है, ताकि वक्ता उसे पढ़ सके। कंट्रोलर के द्वारा टेक्स्ट की स्पीड को नियंत्रित किया जाता है।
टेलीप्रॉम्पटर के प्रकार
प्रेसिडेंशियल टेलीप्रॉम्पटर: राष्ट्रपति जैसे नेताओं द्वारा उपयोग किया जाता है, जिसमें ग्लास स्क्रीन और मॉनिटर अलग-अलग दिशा में होते हैं।
कैमरा माउंटेड टेलीप्रॉम्प्टर: इस डिवाइस में कैमरा भी जुड़ा होता है, जिससे वक्ता कैमरे की तरफ देख सकते हैं, जो टीवी एंकरों और बिजनेस लीडर्स के लिए आदर्श होता है।
स्टैंड टेलीप्रॉम्प्टर: इस डिवाइस का इस्तेमाल फिल्म के दौरान अभिनेता करते हैं, ताकि वे बिना देखे डायलॉग बोल सकें।