हाल ही में कवि कुमार विश्वास का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे बच्चों को रामायण सुनने और गीता पढ़ने की सलाह देते हुए एक टिप्पणी करते हैं, "अपने बच्चों को रामायण सुनवाइए, गीता पढ़वाइए अन्यथा ऐसा न हो कि आपके घर का नाम तो रामायण हो और आपके घर की श्रीलक्ष्मी को कोई और उठाकर ले जाए।" इस बयान के बाद कई लोगों ने उनका विरोध किया है, और कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कुमार विश्वास का विवादास्पद बयान
कवि कुमार विश्वास का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। उनका कहना था कि अगर लोग अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा जैसे रामायण और गीता की पढ़ाई नहीं करवाएंगे, तो यह संभव है कि उनके घर की "श्रीलक्ष्मी" (महिला) किसी और द्वारा उठा ली जाए। यह बयान कथित रूप से सोनाक्षी सिन्हा के अंतरधार्मिक विवाह से संबंधित था, क्योंकि हाल ही में सोनाक्षी सिन्हा ने जहीर इकबाल से शादी की थी, जो एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखते हैं। कुमार विश्वास के बयान में धार्मिक और पारंपरिक नजरिए से महिलाओं की भूमिका पर सवाल उठाया गया, जो अब विवाद का कारण बन गया।
सुप्रिया श्रीनेत का कुमार विश्वास पर हमला
इस बयान को लेकर कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कुमार विश्वास को घेरते हुए कहा कि यह बयान एक घटिया तंज है और इसे महिलाओं के खिलाफ मानसिकता के रूप में देखा जाना चाहिए। सुप्रिया ने सवाल किया, "अगर आपके अपने घर में एक बेटी हो, तो क्या आप किसी और की बेटी के बारे में ऐसी भद्दी टिप्पणी करेंगे, सिर्फ सस्ती तालियां बटोरने के लिए?" उन्होंने कहा कि यह बयान कुमार विश्वास की संकीर्ण सोच को उजागर करता है, जो महिलाओं को संपत्ति समझने की मानसिकता से प्रेरित है।
महिलाओं की स्वतंत्रता पर सवाल
सुप्रिया श्रीनेत ने कुमार विश्वास के बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा, "क्या लड़की कोई वस्तु है जिसे कोई उठा कर ले जाए?" उन्होंने इस बयान को एक बार फिर से महिलाओं के खिलाफ घृणित मानसिकता के तौर पर देखा और इस पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को अपनी मर्जी से शादी करने का अधिकार है, और किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह उनकी परवरिश या चुनावों पर सवाल उठाए। सुप्रिया ने यह भी कहा कि 2024 के भारत में इस प्रकार की सोच का कोई स्थान नहीं होना चाहिए, जहां एक महिला को अपनी मर्जी से जीवनसाथी चुनने का अधिकार नहीं दिया जाए।
कुमार विश्वास का रामायण से संबंधित बयान
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अगर कुमार विश्वास वास्तव में रामायण का अध्ययन करते, तो वे जान पाते कि रामायण में प्रेम, भाईचारे और समानता की बात की गई है। राम और सीता के संबंध, राम और लक्ष्मण का भाईचारा, और सामाजिक समानता पर आधारित विचार ही रामायण का मूल संदेश है। लेकिन कुमार विश्वास ने जो बयान दिया, उसमें प्रेम और सहनशीलता की बजाय एक पक्षीय दृष्टिकोण और असहिष्णुता को बढ़ावा देने की कोशिश की गई है। सुप्रिया ने कहा, "अगर आपने रामायण का सही अध्ययन किया होता, तो आपको सच्चे प्रेम और समर्पण का अहसास होता, जो राम के चरित्र में था।"
सोनाक्षी सिन्हा के विवाह पर टिप्पणी
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि कुमार विश्वास ने सोनाक्षी सिन्हा और उनके पति जहीर इकबाल के विवाह पर जो टिप्पणी की, वह बेहद गलत और अपमानजनक है। उन्होंने कुमार विश्वास से सवाल किया, "क्या आप यह नहीं मानते कि सोनाक्षी सिन्हा को अपनी मर्जी से विवाह करने का हक नहीं है?" सोनाक्षी के अंतरधार्मिक विवाह पर सवाल उठाकर कुमार विश्वास ने समाज में भेदभाव और धार्मिक असमानता की भावना को बढ़ावा देने की कोशिश की है। सुप्रिया ने कहा कि किसी भी लड़की को अपनी पसंद से जीवन साथी चुनने का पूरा अधिकार है, और यह उसके व्यक्तिगत जीवन और स्वतंत्रता का हिस्सा है।