जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके की बायसरन घाटी में मंगलवार को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने वहां मौजूद पर्यटकों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। मरने वालों में अधिकतर हिंदू पर्यटक हैं, जिनमें दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं। हमले में पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है जो पूरी तैयारी के साथ किया गया।
हमले का तरीका बहुत डरावना था
हमले से पहले आतंकियों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी। उन्होंने पर्यटकों से पहले उनका नाम और धर्म पूछा, फिर हिंदू पहचान वालों को गोली मार दी। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक AK-47 से फायरिंग की। कुछ आतंकियों ने बॉडी कैमरा भी लगाया हुआ था और पूरे हमले को रिकॉर्ड किया।
हमले में पाकिस्तान कनेक्शन क्यों?
अब तक चार आतंकियों की पहचान की जा चुकी है, जिससे स्पष्ट हो रहा है कि हमले में पाकिस्तान का कनेक्शन है। वो इसलिए क्योंकि इनमें दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं। स्थानीय आतंकियों के नाम आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख बताए जा रहे हैं। आदिल का लश्कर-ए-तैयबा और आशिफ का जैश-ए-मोहम्मद से संबंध बताया जा रहा है।
टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) नाम के आतंकी संगठन ने ली है। यह संगठन पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। यह हमला 3 जुलाई से शुरू होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा से ठीक पहले हुआ है।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सेना, एनआईए और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। हेलीकॉप्टर और ड्रोन के जरिए आतंकियों की तलाश की जा रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है।