जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के एक दिन बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने चारों आतंकियों की तस्वीरें सार्वजनिक कर दी हैं। इस हमले में 26 बेगुनाह सैलानियों की जान गई थी, और अब पूरा देश शोक और आक्रोश से भर गया है। इन आतंकियों का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है, और इनमें से कम से कम दो विदेशी बताए जा रहे हैं।
हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की प्रॉक्सी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है। सुरक्षा एजेंसियां अब पूरे जोर-शोर से इन आतंकियों की तलाश में जुट गई हैं और इस खूनी हमले की साजिश को बेनकाब करने की दिशा में काम कर रही हैं।
कश्मीर पहुंचे गृहमंत्री, पीएम ने रद्द की विदेश यात्रा
गृहमंत्री अमित शाह ने तुरंत कश्मीर का दौरा कर हालात की समीक्षा की और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस वक्त सऊदी अरब दौरे पर थे, हमले की सूचना मिलते ही यात्रा बीच में छोड़कर स्वदेश लौट आए। उन्होंने हमले की निंदा करते हुए कहा, “इस नृशंस हमले के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें सज़ा ज़रूर मिलेगी। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई अडिग है और और भी मजबूत होगी।”
शहीदों को श्रद्धांजलि, अंतिम विदाई में उमड़ा देश
अमित शाह ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, “भारत आतंक के सामने झुकेगा नहीं। इस कायराना हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” पीड़ितों के पार्थिव शरीर अब उनके घरों को भेजे जा रहे हैं, जहां अंतिम संस्कार के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है।
दहशत के बीच राहत की कोशिशें
घायलों का इलाज चल रहा है, वहीं गृह मंत्रालय के निर्देश पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइंस से किराए पर नियंत्रण रखने को कहा है ताकि कश्मीर में फंसे पर्यटक सुरक्षित घर लौट सकें।
आपबीती: पूछे धर्म के नाम, फिर कर दी हत्या
हमले से बच निकले लोगों ने बताया कि आतंकियों ने पहले उनसे उनका धर्म पूछा और फिर बेरहमी से गोलियां चला दीं। इस खुलासे ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
देश भर में अलर्ट
दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इस हमले के बाद अन्य जगहों पर भी ऐसी घटनाओं की कोशिश की जा सकती है।