बिलासपुर : कैंसर के रोगियों को अब एम्स बिलासपुर में और बेहतर सुविधा मिलेगी। एम्स प्रशासन द्वारा कैंसर व ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को उच्च स्तरीय उपचार देने के लिए पैट स्कैन एवं पैट स्पैक्ट सुविधा शुरू की जा रही है। एम्स प्रशासन के मुताबिक रोजाना 2 से 3 कैंसर मरीज उपचार के लिए आते हैं। पैट स्कैन सुविधा शुरू करने वाला एम्स बिलासपुर प्रदेश का पहला संस्थान होगा। एम्स प्रशासन ने एम्स में पैट स्कैन सैंटर तैयार कर लिया तथा संबंधित मशीन को स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एम्स प्रशासन द्वारा दिसम्बर महीने में इस सुविधा को शुरू करने की योजना तैयार की है। संबंधित मशीनें एम्स में पहुंच गई हैं। यह सुविधा शुरू होने से हिमाचल प्रदेश के मरीजों को अब पीजीआई चंडीगढ़ या प्रदेश के बाहर के संस्थानों में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
क्या है पैट स्कैन
पाॅजिट्राॅन एमिशन टोमोग्राफी में रेडियोधर्मी पदार्थों की छोटी मात्रा का उपयोग किया जाता है, जिन्हें रेडियोट्रेसर या रेडियोफार्मास्युटिकल्स कहा जाता है। एक विशेष कैमरे और एक कम्प्यूटर का उपयोग करके अंगों और ऊतकों के कार्यों का मूल्यांकन किया जाता है। सेलुलर स्तर पर परिवर्तनों की पहचान करके अन्य इमेजिंग परीक्षणों से पहले बीमारी की शुरूआत का पता लगा सकता है। इतना ही नहीं पैट स्पैक्ट स्कैन सुविधा शुरू करने के साथ-साथ इसमें उपयोग होने वाली दवाई भी यहीं तैयार की जाएगी। बड़ी बात यह है कि इसमें उपयोग होने वाली दवाई को फैक्टरी से स्टोर तक पहुंचाने के लिए केवल दो घंटे का समय होता है। दवाई का बाॅक्स दो घंटे से पहले विशेष स्टोर तक नहीं पहुंचाया जाए तो दवा खराब हो जाती है। अभी यह दवा चंडीगढ़ से मंगवाई जाएगी। बाद में संस्थान अपनी विशेष लैब स्थापित करके इसकी दवा तैयार करेगा।
दिसम्बर में सेवा शुरू करने की योजना : राकेश कुमार
एम्स बिलासपुर के कुलसचिव राकेश कुमार ने बताया कि एम्स में पैट स्पैक्ट सैंटर स्थापित किया जा रहा है। मशीनें भी पहुंच गई हैं। दिसम्बर महीने में इस सेवा को शुरू करने की योजना है। बाद में इसकी दवा भी यहीं तैयार की जाएगी। एम्स लोगाें को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश में केवल एम्स में ही यह सुविधा मिलेगी।