मुंबई। लंबे इंतजार के बाद सनी देओल की एक दमदार एक्शन फिल्म जाट सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में सनी देओल के साथ रणदीप हुड्डा लीड रोल में हैं। फिल्म जाट बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म कर रही है। इस फिल्म ने 9.5 करोड़ के कलेक्शन के साथ शानदार ओपनिंग करने के बाद दूसरे दिन भी अच्छी कमाई की। हालांकि वर्किंग डे के चलते फिल्म के कलेक्शन में गिरावट भी दर्ज की गई। सैकनिल्क के आंकड़ों के मुताबिक जाट ने रिलीज के दूसरे दिन 7 करोड़ रुपए कमाए हैं। इसी के साथ फिल्म की दो दिनों की कुल कमाई अब 16.50 करोड़ रुपए हो गई है।
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी आंध्र प्रदेश के एक गांव की है, जिस पर खतरनाक गुंडे राणातुंगा (रणदीप हुड्डा) का राज है। इसमें उसका भाई सोमुलु (विनीत कुमार सिंह) भी शामिल है। गांव के लोग राणातुंगा से काफी परेशान हैं। उस इलाके की पुलिस भी राणातुंगा से डरती है। कोई भी उसके खिलाफ आवाज नहीं उठा सकता और जो उठाता है, उसे राणातुंगा के हाथों मरना पड़ता है। इसी बीच राष्ट्रपति वसुंधरा (राम्या कृष्णन) को खून से लथपथ एक छोटी बच्ची का पत्र मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि उसके गांव को राणातुंगा से बचाया जाए, नहीं तो उस गांव में कोई भी जिंदा नहीं बचेगा।
पत्र पढ़ने के बाद राष्ट्रपति तुरंत इस केस को सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति (जगपति बाबू) को सौंप देती हैं और उन्हें जल्द से जल्द इस पर अपडेट देने का आदेश देती हैं। इसी बीच एक जाट बलदेव प्रसाद सिंह (सनी देओल) उस गांव में प्रवेश करता है, जिसके बाद बलदेव सिर्फ एक सॉरी के लिए उस गांव में उत्पात मचाना शुरू कर देता है। फिर गांव वालों को उससे काफी उम्मीदें होती हैं। ये बलदेव प्रसाद सिंह कौन है? क्या वह राणातुंगा के वर्चस्व को खत्म कर पाएगा? यह सब जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी, जिसके लिए आपको सिनेमाघरों की ओर रुख करना होगा।
पहली बार हिंदी पट्टी का रुख करने वाले फिल्म के राइटर-डायरेक्टर गोपीचंद मलिनेनी का लक्ष्य पहले सीन से साफ है। उन्हें सिर्फ एक मसाला एक्शन एंटरटेनर बनानी है, जिसे देखकर जनता कभी सीटी मारे, कभी चौंके तो कभी भावुक हो जाए। गोपीचंद ने अपने एक्टर्स की खूबियों को भी बखूबी भुनाया है। सनी देओल इस एक्शन अवतार में जानदार लगे हैं, वहीं रणदीप हुड्डा ने अपने रावण रूपी विलेन से हीरो को चमकने का मौका दिया है। राणातुंगा की पत्नी की भूमिका में रेजिना कैसेंड्रा ने भी लेडी पुलिस अफसर के चीरहरण वाले छिछले सीन के बावजूद शानदार काम किया है। संयामी खेर भी अपने रोल में जमी हैं। हां, विनीत कुमार सिंह को अपनी प्रतिभा दिखाने का पर्याप्त मौका नहीं मिला है।