कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सरकार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने, मतदाता सूची में गड़बड़ी करने, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धोखाधड़ी करने और सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया। खड़गे ने यह भी कहा कि देश में लोकतंत्र धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है।
'मतपत्रों से चुनाव कराए जाएं चुनाव'
कांग्रेस के अधिवेशन में संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता जताई और मतपत्रों से चुनाव कराए जाने की बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ने ऐसी तकनीक विकसित कर ली है, जिससे उसे चुनावों में फायदा और विपक्ष को नुकसान हो रहा है।
राहुल गांधी को सदन में बोलने का मौका तक नहीं दिया गया: खड़गे
खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, "पिछले 11 वर्षों से सत्ताधारी दल संविधान पर लगातार चोट कर रहा है। हमारी संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं।" उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया, जो लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।
'एक दिन देश को बेचकर चले जाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी'
वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान सरकार पर आरोप लगाते हुए खड़गे ने कहा कि सरकार ने देर रात संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की, जबकि मणिपुर पर भोर के समय एक संक्षिप्त चर्चा की गई। उनका कहना था कि सरकार मणिपुर से जुड़ी जानकारी छिपाना चाहती है। खड़गे ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिकी टैरिफ के मुद्दे को सरकार ने संसद में नहीं उठने दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार "मित्रों" को सरकारी उपक्रम बेच रही है, जिससे वंचित तबकों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी, "अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन यह सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बेचकर चले जाएंगे।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि सरकार चुनाव आयोग से लेकर संसद तक का विस्तार करने की कोशिश कर रही है और ईवीएम की तकनीक का इस्तेमाल विपक्ष को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हुए कथित धोखाधड़ी और हरियाणा में छोटे स्तर पर हुई गड़बड़ी का जिक्र करते हुए इन घटनाओं के खिलाफ संघर्ष करने की बात की।
खड़गे ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह देश के संघीय ढांचे पर हमला कर रही है और विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव कर रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अर्पित की श्रद्धांजलि
कांग्रेस के इस अधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके योगदान को याद करते हुए एक शोक प्रस्ताव पारित किया गया। मनमोहन सिंह का पिछले साल 26 दिसंबर को निधन हो गया था। इसके साथ ही कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को भी श्रद्धांजलि दी गई जिनका हाल ही में निधन हुआ था।