विकास कौशल/निस
बठिंडा; बठिंडा बस स्टैंड को शहर से दूर मलोट रोड पर ले जाने का विरोध दिन प्रतिदिन तेज होता जा रहा है। आज बठिंडा में सैकड़ों व्यापारी अपना कारोबार बंद कर बस अड्डा और व्यापार बचाने के लिए सड़कों पर उतर आए। बस अड्डा बचाओ कमेटी के आह्वान पर बस स्टैंड मार्किट, कोर्ट रोड, मेहना चौक, मिठू वाला मोड़ मार्किट, पंडितो वाली गली, रणजीत प्रेस वाली गली, बुक मार्किट, आर्य समाज चौक के बड़ी गिनती में दुकानदार 12 बजे तक बाजार पूर्ण बन्द कर अम्बेडकर चौक से शुरू हुए रोष मार्च के समर्थन में शामिल हुए। इस दौरान स्थानीय नागरिकों, ट्रेड यूनियनों, ट्रांसपोर्ट यूनियनों, सामाजिक संगठनों और किसान संगठनों ने डॉ. भीम राव अंबेडकर पार्क के सामने डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरना दिया। वही, उपायुक्त कार्यालय के सामने लगातार तीसरे दिन भी धरना जारी है।
धरने को संबोधित करते हुए बस अड्डा बचाओ कमेटी के अध्यक्ष बलतेज सिंह वांदर ने कहा कि बस स्टैंड को शहर से बाहर ले जाने से व्यापार पूरी तरह ठप्प हो जाएगा। जिला प्रशासन इस संघर्ष को दबाने के लिए हर रोज नए-नए बयान दे रहा है, लेकिन शहर एकजुट है और किसी भी हालत में बस स्टैंड को शहर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन हमारी मांगों की अनदेखी करता है तो यह विरोध प्रदर्शन अनिश्चितकालीन धरने में बदल जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी और किसी भी कीमत पर बस अड्डा बदलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस मौके पर समाजसेवी संदीप बाबी व सोनू माहेश्वरी ने कहा कि उपायुक्त को आम लोगों की आवाज सुननी चाहिए तथा इस फैसले को पलटने के लिए सरकार को लिखना चाहिए। गुरप्रीत सिंह चित्रकार ने कहा कि पंजाब सरकार लोगों के बीच काम करने की बात तो करती है, लेकिन अब लोगों की आवाज दबाकर बस स्टैंड बदलना चाहती है। समाजसेवी गुरविंदर शर्मा ने कहा कि लोग विरोधी जन नीतियों का सरकार का विरोध किया है, यह विरोध प्रदर्शन शहर के हित में और आम लोगों को हो रही असुविधाओं को देखते हुए निष्क्रिय व्यवस्था को जगाने के लिए आयोजित किया गया था। संघर्ष समिति के मीडिया संयोजक संदीप अग्रवाल ने कहा कि उपायुक्त राजनीतिक दलों की सहमति को लेकर भ्रामक प्रचार कर रहे हैं, जबकि सभी राजनीतिक दलों के नेता स्पष्ट कर चुके हैं कि वे बस स्टैंड बदलने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन और पंजाब सरकार भू-माफिया और कुछ ताकतवर लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए बस स्टैंड बदलने पर अड़ी हुई है।
इस विरोध मार्च में भाग लेने वाले विभिन्न नेताओं ने कहा कि शहर में स्थित मौजूदा बस अड्डा न केवल लोगों के लिए आसानी से सुलभ है। यह आसपास के व्यापारियों के लिए आजीविका का मुख्य केंद्र भी है। बस अड्डा को नए स्थान पर स्थानांतरित करने से न केवल आम जनता को असुविधा होगी, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी भारी नुकसान होगा। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि प्रशासन लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए तुरंत इस फैसले को वापस ले तथा सभी संबंधित पक्षों से बातचीत कर कोई सर्वमान्य समाधान निकाला जाए। इस मौके पर आसपास के गांवों के सरपंच, कांग्रेस के नेता राजन गर्ग, डॉक्टर अजित पाल सिंह, एडवोकेट विशनदीप कौर, पूर्व मंत्री चिरन्जी लाल गर्ग, संदीप अग्रवाल, अमृत कौर गिल, कँवल जीत सिंह भंगू, व्यपार मण्डल, कपड़ा मार्किट, देहाती मजदूर सभा, पेंशनर्स एसोसिएशन, बसपा, बीकेयू डकोदा, मजदूर मुक्ति मोर्चा व शहरवासी व संस्थाए उपस्थित थी।