जवाली: जवाली। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को सुवह नूरपुर जाने से पहले पांडवों द्वारा अज्ञातवास के दौरान निर्मित बाथू दी लड़ी में पहुंचकर ऐतिहासक स्थल को निहारा तथा इसके बाद मोटरवोट में घूमने का आनंद लिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पौंग झील क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को पर्यटन के एक बड़े केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए राज्य सरकार और बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) मिलकर कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पौंग झील और इसके आस-पास के क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने से न केवल प्रदेश की सुंदरता का प्रचार होगा, बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं आने देंगे। हमारा लक्ष्य है – एक हिमाचल, सर्वश्रेष्ठ हिमाचल।” उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यटकों की सुविधाओं के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके तहत नौकायन, वॉटर स्पोर्ट्स और ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष पहल की जाएगी।