बीजिंग। चीन ने कहा कि वह कश्मीर क्षेत्र (पहलगाम) में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच विकसित हो रहे हालात पर करीब से नज़र रख रहा है तथा ‘तत्काल निष्पक्ष जांच शुरू करने’ का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि दोनों पक्ष ‘संयम’ बरतेंगे। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने यह भी उम्मीद जताई कि, “पाकिस्तान और भारत एक-दूसरे की ओर बढ़ेंगे तथा तनाव कम करने के लिए काम करेंगे।” चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य वांग ने रविवार को पाकिस्तानी उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार के साथ फोन पर बातचीत के दौरान यह बात कही।
वांग ने अनुरोध पर रविवार को फोन पर बात की। कॉल के दौरान, मोहम्मद इशाक डार ने कश्मीर क्षेत्र में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव के बारे में नवीनतम घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी, जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान हमेशा आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए दृढ़ रहा है तथा ऐसी कार्रवाइयों का विरोध करता है जो तनाव बढ़ा सकती हैं। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान परिपक्व दृष्टिकोण के माध्यम से स्थिति को प्रबंधित करने के लिए प्रतिबद्ध है और चीन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संवाद बनाए रखेगा।
चीनी विदेश मंत्री वांग ने कहा कि चीन उभरती स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है। उन्होंने कहा, “आतंकवाद का मुकाबला करना सभी देशों की साझा जिम्मेदारी है और चीन लगातार पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों का समर्थन करता है। एक दृढ़ मित्र और हर मौसम में रणनीतिक सहयोगी भागीदार के रूप में, चीन पाकिस्तान की वैध सुरक्षा चिंताओं को पूरी तरह से समझता है और उसकी संप्रभुता और सुरक्षा हितों को बनाए रखने के उसके प्रयासों का समर्थन करता है।”
वांग ने कहा, “चीन निष्पक्ष जांच की तत्काल शुरुआत का समर्थन करता है, और इस बात पर जोर देता है कि संघर्ष न तो भारत और पाकिस्तान के मौलिक हितों और न ही क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए काम करता है।” उन्होंने कहा कि चीनी को उम्मीद है कि दोनों पक्ष संयम बरतेंगे, एक-दूसरे की ओर बढ़ेंगे और तनाव कम करने के लिए काम करेंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम आतंकी हमले की निष्पक्ष जांच का आह्वान किया है, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तानी आकाओं को जिम्मेदार ठहराया है।
गौरतलब है कि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके कारण नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच संबंधों में गिरावट आई है।