छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड थाना क्षेत्र के खूनाझिरखुर्द गांव में एक कुएं के गहरीकरण के दौरान अचानक धसक जाने से कुएं के अंदर काम कर रहे मां-बेटे सहित तीन मजदूरों की मलबे में दब जाने के कारण मौत हो गई है। राहत एवं बचाव कार्य आज दोपहर बाद भी जारी रहा। पुलिस सूत्रों के अनुसार खूनाझिर खुर्द गांव में कल शाम एक कुएं के गहरीकरण का कार्य किया जा रहा था। तभी कुएं का एक हिस्सा अचानक धसक गया, जिसके चलते उसके मलबे में दबी महिला शहजादी (50) और उसके बेटे राशिद (18) तथा एक अन्य मजदूर वाशिद (18) की दबकर मौत हो गयी है। घटना के बाद से शुरू हुआ राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी है।
एसडीआरएफ और एडीआरएफ की टीमों के साथ पोकलेन मशीनें रेस्क्यू कार्य में जुटी हैं। बताया जा रहा है कि मिट्टी के बार-बार धंस जाने के कारण रेस्क्यू दल को सफलता नहीं मिल पा रही है। कुएं के मलबे के बीच फंसी महिला की सुबह छह बजे तक बचाने की आवाज आ रही थी, लेकिन इसके बाद आज सुबह फिर एक बार कुएं की मिट्टी धसक गई, जिसके बाद आवाज आनी बंद हो गई।
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट किया कि छिंदवाड़ा जिले अंतर्गत ग्राम खूनाझिरखुर्द में निजी जमीन पर पुराने कुएं के गहरीकरण के दौरान मिट्टी धंसने से हुई दुर्घटना में तीन मजदूरों की असामयिक मृत्यु का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। पुलिस बल, होमगार्ड और एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत रेस्क्यू कार्य शुरू कर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का हरसंभव प्रयास किया, परन्तु बचाया नहीं जा सका। नियमानुसार, शासन की ओर से सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि परमपिता परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे, यही प्रार्थना करते हैं।