दमिश्क: सीरिया में विपक्षी गठबंधन के नेता हादी अल-बहरा ने कहा है कि राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार गिर गई है और इसके साथ ही सीरिया के इतिहास का एक काला युग बीत चुका है। श्री बहरा ने अरबी समाचार संगठन अल-अरबिया से बातचीत में यह जानकारी दी। बीबीसी ने बताया कि नेशनल कोलिशन फॉर सीरियन रिवोल्यूशन एंड अपोजिशन फोर्सेज के नेता बहरा ने जनता को आश्वासन दिया है कि दमिश्क सुरक्षित है। श्री बहरा ने ‘एक्स’ पर लिखा कि सभी संप्रदायों और धर्मों के हमारे लोगों के लिए संदेश है कि जब तक आप किसी अन्य नागरिक के खिलाफ हथियार नहीं उठाते हैं और जब तक आप अपने घरों में रहते हैं, तब तक आप सुरक्षित हैं। बदला या प्रतिशोध के कोई मामले नहीं होंगे और मानवाधिकारों का कोई उल्लंघन नहीं होगा। लोगों की गरिमा का सम्मान किया जाएगा और उनकी गरिमा को बनाए रखा जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने कहा कि वह लोगों द्वारा चुने गए नेतृत्व के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं। मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक भाषण में यह भी कहा कि सीरिया एक सामान्य देश हो सकता है, जो अपने पड़ोसियों और दुनिया के साथ अच्छे संबंध बनाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले डेढ़ सप्ताह में विद्रोही बलों की ओर से प्रमुख शहरों में सफल आक्रमण शुरू करने पर सीरियाई लोग खुशी से झूम रहे हैं। रविवार को दमिश्क में भी जश्न के ऐसे ही दृश्य देखे गए, जब विद्रोही अंदर घुसे और राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाग जाने की सूचना मिली। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी लड़ाकों द्वारा हवाई अड्डे पर कब्जा करने से कुछ ही क्षण पहले ओपन-सोर्स फ्लाइट ट्रैकर्स ने सीरिया के हवाई क्षेत्र में एक विमान की गतिविधि रिकॉर्ड की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उड़ान संख्या सीरियन एयर 9218 वाला इल्युशिन 76 विमान दमिश्क से उड़ान भरने वाला अंतिम विमान था। पहले यह पूर्व की ओर उड़ा, फिर उत्तर की ओर मुड़ गया। कुछ मिनट बाद, होम्स के ऊपर चक्कर लगाते ही इसका सिग्नल गायब हो गया। दावे किए जा रहे हैं कि श्री असद विमान में सवार होकर दमिश्क से किसी अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए हैं।अअ
अबु मोहम्मद ने किया 24 साल के शासन का अंत
सीरिया में पिछले हफ्ते हालात अचानक बदल गए। इसके बाद देखते ही देखते विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति बशर अल-असद के 24 साल के लंबे शासन का अंत कर दिया। इस अभियान की कमान संभालने वाले शख्स हैं अबु मोहम्मद अल-जुलानी। जुलानी का नाम पहले भी काफी सुर्खियों में रहा है। वह 1982 में सऊदी अरब में पैदा हुए। उनके पिता पेट्रोलियम इंजीनियर थे। बचपन में सात साल तक सऊदी अरब में रहे, फिर उनका परिवार सीरिया लौट आया। जुलानी ने 2003 में अल-कायदा ज्वाइन किया। उस वक्त अमरीका ने इराक पर हमला किया था। फिर 2011 में उन्होंने अपना एक अलग गु्रप बनाया, जिसे जबहात अल-नुसरा कहा गया। बाद में यही गु्रप हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस)
बन गया।
ईरान के दूतावास पर हमला, सभी कर्मचारी सुरक्षित
तेहरान। सीरिया का विद्रोही समूह अल-नुशरा फ्रंट राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर चुका है और उसने बशर अल-असद की सत्ता को गिराने का दावा किया है। इस बीच, ईरान के सरकारी टेलीविजन ने रविवार को जानकारी दी कि सीरिया में उनके दूतावास पर हमला हुआ है। ईरानी टीवी चैनल ने बताया कि कुछ अज्ञात हमलावरों ने ईरान के दूतावास पर हमला किया है। चैनल ने अल-अरबिया नेटवर्क से मिले वीडियो फुटेज भी जारी किए, जो दूतावास परिसर के अंदर के थे। ईरान के अखबार तेहरान टाइम्स ने जानकारी दी कि हमले से पहले दूतावास के सभी ईरानी राजनयिक वहां से सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, दूतावास के कर्मचारी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि विद्रोह समूहों के दूतावास पर हमला किया है। हालांकि, इस आरोप की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है।
अल-असद का विमान कुछ ही मिनट के बाद गायब
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसी खबरें सामने आई हैं कि दमिश्क से भागने की कोशिश के दौरान जिस विमान में वह सवार थे, वह क्रैश हो गया या विद्रोहियों द्वारा मार गिराया गया। ओपन-सोर्स डेटा ट्रैकर के मुताबिक, दमिश्क हवाई अड्डे से एक सीरियन एयर फ्लाइट ने उड़ान भरी। यह विमान मॉडल का था और शुरू में सीरिया के तटीय क्षेत्र की ओर जा रहा था। हालांकि, उड़ान के दौरान विमान ने अचानक अपनी दिशा बदल दी और विपरीत दिशा में कुछ मिनटों तक उड़ान भरने के बाद रडार से गायब हो गया। विमान की लास्ट लोकेशन होम्स शहर के पास थी, जो विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में स्थित है। फ्लाइट डेटा के अनुसार, रडार से गायब होने से पहले विमान की ऊंचाई अचानक 3,650 मीटर से गिरकर 1,070 मीटर हो गई। यह संकेत देता है कि विमान को निशाना बनाया गया या फिर यह किसी तकनीकी खराबी का शिकार हो गया। फ्लाइटरडार ने स्वीकार किया कि डेटा में कुछ विसंगतियां हो सकती हैं। उन्होंने इसके पीछे विमान के पुराने ट्रांसपोंडर और इलाके में जीपीएस जैमिंग को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उपलब्ध डेटा विमान की फ्लाई वे की अच्छी जानकारी देता है।
प्रेजिडेंशियल पैलेस में घुसे बागी, जिसके हाथ जो लगा लूटकर भागा
दमिश्क। सीरियाई विद्रोही बलों ने एक सप्ताह तक चले संघर्ष के बाद आखिरकार रविवार को राजधानी दमिश्क पर नियंत्रण का दावा किया है। हालांकि उन्हें सरकारी सैनिकों की ओर से कोई प्रतिरोध नहीं मिला। राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोडक़र भाग गए हैं, जिसके बाद सीरियाई लोग दमिश्क स्थित राष्ट्रपति भवन में घुस गए और असद महल से सामान लूट लिया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि बड़ी संख्या में लोग राष्ट्रपति के महल में घुस गए हैं और वहां से सामान और कपड़े तक चुराकर अपने साथ ले जा रहे हैं। लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी नजर आ रही हैं। इन तस्वीरों ने श्रीलंका और अफगानिस्तान की याद दिला दी। 2022 में श्रीलंका में इसी तरह से प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन और पीएम हाउस में डेरा डाल दिया था। इसी तरह तालिबान ने जब अफगानिस्तान की सत्ता हासिल की थी, तो तालिबानी समर्थकों ने राष्ट्रपति अशरफ के भवन में जाकर लूटपाट की थी।