अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अंतरिंग कमेटी की बैठक के दौरान श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से कुछ दिनों के लिए कार्यभार वापिस ले लिया गया है। एस. जी. पी. सी के इस फैसले के बारे में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा है कि मुझे पहले से ही जानकारी थी कि ऐसा होगा। उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि जिस गुट ने मेरे ऊपर आरोप लगाए वह जांच कर रहे है।
उन्होंने कहा कि मुझे कोई चिंता नहीं है लेकिन मैं धर्म और बाणी का खुलकर प्रचार करूंगा और बेबारी से बात करूंगा। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मैं पंथ के लिए खड़ा रहूंगा, पंथ के लिए लड़ूंगा और पंथ के लिए मर भी जाऊंगा, मुझे कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे पर जो आरोप लगे है, मैं उनका सप्ष्टीकरण दे चुका हूं। मुझे इतनी जरूर खुशी है कि मेरी पंथ के साथ बनी है और बनी रहै। बाकि मैंने किसी से कुछ नहीं लेना।
मेरी संगत और पंथ से सांझ रहे और यह कभी टूटना नहीं चाहिए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि पद आते-जाते रहते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि मैं कोई पहला जत्थेदार नहीं हूं, जिसे अपमानित किया गया है, बल्कि श्री आनंदपुर साहिब के जत्थेदार को भी इसी तरह अपमानित किया गया था।