रविवार सुबह उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हो गया। हादसे में उनकी दोनों बहनें, श्यामा त्रिपाठी और कृष्णा त्रिपाठी, गंभीर रूप से घायल हो गईं। हादसा ग्रेटर नोएडा के दनकौर इलाके में हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
डॉ. विशाखा त्रिपाठी अपनी बहनों के साथ वृंदावन से दिल्ली एयरपोर्ट जा रही थीं। उनका सिंगापुर जाने का प्लान था। दनकौर के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर एक तेज रफ्तार डंपर ने उनकी कारों को पीछे से टक्कर मार दी। यह डंपर अनियंत्रित होकर दूसरी कार से भी टकरा गया। इस भीषण दुर्घटना में कुल आठ लोग घायल हुए।
घायलों की स्थिति
हादसे के तुरंत बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को वाहनों से बाहर निकाला। पहले सभी को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने वहां डॉ. विशाखा त्रिपाठी को मृत घोषित कर दिया।
कौन थीं डॉ. विशाखा त्रिपाठी?
डॉ. विशाखा त्रिपाठी वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ के मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष थीं। वह जगद्गुरु कृपालु परिषद का संचालन करती थीं। उनकी बहन श्यामा त्रिपाठी और कृष्णा त्रिपाठी भी परिषद के अलग-अलग केंद्रों की प्रमुख हैं।
वृंदावन में होगा अंतिम संस्कार
जगद्गुरु कृपालु परिषद ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और बताया कि डॉ. विशाखा त्रिपाठी का अंतिम संस्कार वृंदावन में किया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद अस्पताल भेजा गया। डंपर चालक की तलाश की जा रही है और हादसे की विस्तृत जांच जारी है।