नई दिल्ली: भारत ऐसा देश है, जहां हर प्रदेश में अलग-अलग भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। हिंदी और इंग्लिश ऐसी भाषाएं हैं, जो सभी को जोडऩे का काम करती हैं। हालांकि, इंग्लिश मेट्रो शहरों तक ही सीमित है। हिंदी राष्ट्रीय भाषा है या इस पर अकसर विवाद होता रहा है। अब भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने भाषा के इस विवाद को हवा दे दी है। एक इवेंट के दौरान अश्विन ने कहा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं बल्कि आधिकारिक भाषा है। यह एक ऐसी टिप्पणी है, जो बहस को जन्म दे सकती है। अश्विन ने यह बयान तमिलनाडु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज समारोह में दिया। कॉलेज में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए अश्विन ने पूछा कि क्या यहां उपस्थित लोग हिंदी में प्रश्न पूछने के लिए तैयार हैं, यदि वे अंग्रेजी या तमिल में सहज नहीं हैं। उन्होंने विकल्प देते हुए पूछा- अंग्रेजी के छात्र… इस पर कुछ आवाजें हां में आईं।
उन्होंने फिर तमिल के बारे में पूछा तो हां में शोर और भी तेज हो गया। इस पर अश्विन ने कहा, ठीक है, हिंदी? जवाब में छात्र अचानक चुप हो गए। इसके बाद अश्विन ने तमिल में कहा, मैंने सोचा कि मुझे यह कहना चाहिए। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है, यह एक आधिकारिक भाषा है। साउथ के प्रदेश में हिंदी भाषा का इस्तेमाल करना हमेशा से ही संवेदनशील विषय रहा है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में नई बहस को जन्म दे सकती है, जब तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके सहित कई विपक्षी दलों ने केंद्र पर राज्यों, विशेष रूप से दक्षिण में हिंदी थोपने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।