15 जनवरी 1992 को फिरोजपुर में जन्मे मलकीत सिंह एक विलक्षण कीबोर्ड वादक हैं, जिन्हें अपने पिता दलविंदर सिंह से समृद्ध संगीत विरासत विरासत में मिली है। चाबियों को सहजता से घुमाने वाली फुर्तीली उंगलियों के साथ, मलकीत की संगीत यात्रा तकनीकी प्रतिभा से आगे निकल जाती है, जो उनकी कला की आत्मा के साथ गहरा संबंध दर्शाती है। अपने पिता के मार्गदर्शन से प्रेरित होकर, मलकीत की प्रतिभा निखरी, पारंपरिक और समकालीन तत्वों को एक सामंजस्यपूर्ण सिम्फनी में मिश्रित किया। प्रसिद्ध गायक जतिंदर धीमान के साथ उनके सहयोग से "ब्लैक थार, 'आख रोई नी', नवी गैल', शेर पुत्त' और 'गैल बात ओसदी' आदि जैसे संगीत रत्न तैयार हुए।
इसके अतिरिक्त, मलकीत ने प्रतिष्ठित गायक मनप्रीत शेरगिल, बलराज के साथ लाइव कार्यक्रमों में अपनी कीबोर्ड प्रतिभा का प्रदर्शन किया और उनके प्रदर्शन की गतिशील ऊर्जा में योगदान दिया। अपनी एकल गतिविधियों से परे, मलकीत सिंह ने इन सहयोगों के माध्यम से एक अमिट छाप छोड़ी है, जो एक बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाती है जो उन्हें कीबोर्ड महारत के क्षेत्र में अलग करती है। फ़िरोज़पुर की लय की जीवंत टेपेस्ट्री में, मलकीत सिंह के सुर गूंजते हैं, एक संगीत विरासत बनाते हैं जो मोहित और प्रेरित करती रहती है।