एस ए एस नगर: पंजाब के शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यहां कहा कि मंत्रिमंडल में 6 एससी मंत्रियों के साथ, पहली बार ए जी (एडवोकेट जनरल) कार्यालय में आरक्षण और एस सी छात्रवृत्ति के परेशानी मुक्त वितरण के साथ आप सरकार पंजाब में बाबा साहब डॉ. बी आर अंबेडकर के सपने को साक्षात साकार कर रही है।
जिला प्रशासन मोहाली द्वारा रयात बाहरा विश्वविद्यालय (आर बी यू) खरड़ में आयोजित डॉ. बी. आर. अंबेडकर की 134वीं जयंती पर सांसद स. मलविंदर सिंह कंग के साथ उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर द्वारा की गई निस्वार्थ सेवाओं को याद किया, जिन्हें “भारत के संविधान के निर्माता” और कमज़ोर लोगों के लिए लड़ने वाले व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर द्वारा परिकल्पित अनेकता में एकता का आधारभूत सिद्धांत विभिन्न चुनौतियों के बावजूद अक्षुण्ण बना हुआ है।
भारतीय संविधान को विश्व के सर्वश्रेष्ठ संविधानों में से एक बताते हुए बैंस ने कहा कि यह समाज के वंचित वर्गों के लिए न्याय की मज़बूत कवच के साथ अंतिम उम्मीद है। उन्होंने कहा, "बाबा साहेब अंबेडकर के दूरदर्शी नेतृत्व की बदौलत हमारे संविधान ने प्रत्येक नागरिक, विशेषकर कमज़ोर वर्गों के लोगों के अधिकारों की लगातार रक्षा की है।"
इस पवित्र पुस्तक में कमज़ोर वर्गों के हितों की रक्षा करके उन्हें कमज़ोर लोगों का मसीहा बताते हुए मंत्री बैंस ने कहा कि शिक्षा सभी भेदभावों और असमानताओं को मिटाने की कुंजी है और श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार निजी स्कूलों के बराबर बुनियादी ढांचे और शिक्षा के स्तर को उन्नत करके सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्री भगवान सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार देश भर में पहली सरकार है, जिसने सभी सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय प्रेरकों के रूप में डॉ. बी.आर. अंबेडकर और शहीद-ए-आजम ए
स. भगत सिंह के चित्र लगाए हैं।
श्री आनंदपुर साहिब के सांसद श्री मलविंदर सिंह कंग ने डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमें ऐसे महान और दूरदर्शी व्यक्तित्व को किसी वर्ग विशेष तक सीमित नहीं रखना चाहिए। हमारे राष्ट्र के लिए उनके उल्लेखनीय योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान सभी वर्गों को सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने युवाओं से एक स्वस्थ समाज और राष्ट्र के निर्माण के लिए उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करने के लिए उनके (डॉ. बी.आर. अंबेडकर) साहित्य का अध्ययन करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर छात्रा अमनप्रीत कौर (आर बी यू से बीडीएस कर रही) और रजनी (सरकारी पॉलिटेक्निक खूनी माजरा से आधुनिक कार्यालय अभ्यास में डिप्लोमा) ने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद की है। सरकारी पॉलिटेक्निक खूनी माजरा के अध्यापक डॉ. रविंदर कुमार और रयात बाहरा यूनिवर्सिटी की डॉ. रमनदीप कौर ने भी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम की सफलता की कहानियां सुनाईं।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने सात विद्यार्थियों को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम और पांच लाभार्थियों को आशीर्वाद (शगुन) स्कीम के स्वीकृति पत्र भी सौंपे। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जिले में 7461 विद्यार्थियों को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की मंजूरी दी गई है और 790 परिवारों को 4.29 करोड़ रुपये की आशीर्वाद स्कीम का लाभ दिया गया है।
इस अवसर पर मौजूद प्रमुख व्यक्तियों में रयात एवं बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा, जिला योजना कमेटी की चेयरपर्सन प्रभजोत कौर, पंजाब यूथ डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन परमिंदर सिंह गोल्डी, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, एस डी एम खरड़ गुरमंदर सिंह, जिला सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अधिकारी आशीष कथूरिया शामिल थे, जबकि प्रोफेसर सिमर शेरगिल ने आर बी यू की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।