महाकुंभ मेले में मची भगदड़ से मरने वालों की संख्या 30 पहुंची है जबकि 60 लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं। महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र का डीआईजी वैभव कृष्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह पुष्टि की। उन्होंने बताया कि 25 लोगों की पहचान हो गई है और बाकी 5 की पहचान की जा रही है। डीआईजी ने बताया कि बैरिकेड टूटने की वजह से यह हादसा हुआ।
बैरियर तोड़ते हुए आई बेकाबू भीड़
वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब लोग संगम तट पर बैठकर पुण्य स्नान का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक भगदड़ मच गई। लोगों ने अखाड़ों के स्नान के लिए बने बैरियर तोड़ दिए और उसी दौरान श्रद्धालु घाट पर लेटे हुए थे, जो बेकाबू भीड़ के कारण कुचल गए। प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत छोटे लाउडस्पीकर के जरिए लगातार श्रद्धालुओं से निवेदन कर रहे थे कि "सभी श्रद्धालु ध्यान दें, यहां लेटे रहने से कोई फायदा नहीं है। कृपया स्नान करके वापस जाएं, क्योंकि बहुत लोग आएंगे और भगदड़ मचने का खतरा हो सकता है।" बावजूद इसके, लाखों श्रद्धालु शुभ संयोग का इंतजार करते रहे और यह भयावह घटना घटित हो गई।
प्रशासन की जिम्मेदारी
हालांकि, प्रशासन को पहले से अंदाजा था कि लोग मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान करने के लिए डटे रहेंगे, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन को चाहिए था कि वह इस स्थिति को और बेहतर तरीके से संभालता और श्रद्धालुओं को घाट से हटाने का प्रयास करता। प्रशासन के प्रयासों के बावजूद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई।