नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने नेशनल हेराल्ड को ईडी का नोटिस मिलने पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों की मदद से कांग्रेस को पंगु बनाने का आरोप लगाया, साथ ही नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को कब्जे में लेने के ईडी के नोटिस को लोकतंत्र पर हमला बताया। सिब्बल ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि हम दिखावटी तौर पर लोकतंत्र की जननी हैं, लेकिन असल में आप तानाशाही के जनक हैं। वे (भाजपा) हिंदू-मुस्लिम एजेंडे पर अपनी राजनीति करना चाहते हैं और विपक्ष को खत्म करना चाहते हैं। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस द्वारा नियंत्रित नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़ी मनी लांड्रिंग जांच के तहत 661 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों को अपने कब्जे में लेने के लिए नोटिस जारी किया है। नेशनल हेराल्ड के दिल्ली में आईटीओ स्थित हेराल्ड हाउस, मुंबई के बांद्रा स्थित संपत्तियों और लखनऊ में बिशेश्वर नाथ रोड स्थित एजेएल बिल्डिंग पर ईडी ने नोटिस चिपका दिए हैं।
नोटिस में इन संपत्तियों को खाली करने की बात कही गई है। इस पर नाराजगी जताते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि कब्जे के नोटिस का उद्देश्य अखबार की संपत्तियों को अपने कब्जे में लेना है, जिनमें कांग्रेस के कार्यालय चल रहे हैं, ताकि पार्टी को पंगु बनाया जा सके। सिब्बल ने कहा कि आपने 13 साल तक इंतजार क्यों किया? क्योंकि आप संपत्ति हड़पना चाहते हैं। आप कांग्रेस पार्टी को पंगु बनाना चाहते हैं, सभी संपत्तियों पर कब्ज़ा करना चाहते हैं, ताकि वे काम न कर सकें। जहां तक मुझे पता है, कांग्रेस के पास इतना पैसा नहीं है, इसलिए वह एक राजनीतिक पार्टी के रूप में काम नहीं कर पाएगी। यह लोकतंत्र पर हमला है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जो इस सरकार की मानसिकता को दर्शाती है। यह इस सरकार की संकीर्णता को दर्शाता है, जो विपक्ष को नष्ट करने के लिए एजेंसियों का उपयोग करती है।