पुणे। मिचेल सेंटनर (104 पर छह विकेट) की घातक गेंदबाजी के चलते न्यूजीलैंड ने भारत को दूसरे टेस्ट मैच में शनिवार को 113 रनों से हराकर तीन टेस्ट मैचों की श्रृखंला में निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है। क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका है, जब कीवी टीम ने भारत के खिलाफ उसके घर में टेस्ट सीरीज को अपने नाम किया है।
दिलचस्प है कि जब भारत पिछली बार घर पर टेस्ट सीरीज़ हारा था, तब गंभीर उस टीम का हिस्सा थे और आज गंभीर टीम के मुख्य कोच हैं। इंग्लैंड के खिलाफ मिली उस सीरीज हार में अश्विन और कोहली भी भारतीय टीम का हिस्सा थे। न्यूजीलैंड की इस जीत के नायक मिचेल सेंटनर रहे, जिन्होने भारत की पहली पारी में सात और दूसरी पारी में छह विकेट चटका कर अपनी टीम को ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाई। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की पिच पर सेंटनर भारतीयों के लिये काल बन कर उभरे। पहली पारी में सात विकेट चटका कर अपनी टीम को 103 रन की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाने वाले सेंटनर का खौफ भारतीयों पर सिर चढ़ कर बोला। न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में 255 रन बना कर भारत को जीत के लिये 359 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में भारत की पूरी टीम 245 रन बना कर आउट हो गई। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 259 रन बनाये थे, जिसके जवाब में भारत की पहली पारी 156 रन पर सिमट गयी थी। न्यूज़ीलैंड के पांच विकेट चटकाने के बाद भारत पहले सत्र में एक विकेट के नुक़सान पर 81 रन बना चुका था और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भारत इस मैच में जीत दर्ज करने की ओर बढ़ सकता है।
भारत को सिर्फ़ एक अच्छे सत्र की ज़रूरत थी लेकिन दूसरे सत्र में पूरा मैच न्यूज़ीलैंड के पक्ष में झुक गया। न्यूज़ीलैंड ने बेंगलुरु में जीत हासिल कर 36 वर्षों बाद टेस्ट में जीत हासिल की थी और अब पहली सीरीज़ जीत भी उनके नाम है। न्यूज़ीलैंड की इन दो जीत में केन विलियमसन भी टीम का हिस्सा नहीं थे, श्रीलंका में यह टीम हारकर आई थी। साउदी ने कप्तानी से इस्तीफ़ा दे दिया था, लेकिन टॉम लेथम ने बढिय़ा कप्तानी की। पहले मैच में कीवी तेज़ गेंदबाज़ों ने बागडोर संभाली, जबकि दूसरे मैच में सैंटनर ने अगुवाई की। बल्लेबाज़ी में कॉन्वे और रचिन रवींद्र के साथ कप्तान टॉम लेथम ने भी योगदान दिया और न्यूज़ीलैंड ने टेस्ट क्रिकेट की सबसे मुश्किल सीरीज़ में से एक सीरीज़ अपने नाम कर ली।
जायसवाल और जडेजा ही बना सके रन
भारत की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल (77) के अलावा रविंद्र जडेजा (42) ने हार को टालने का भरपूर प्रयास किया। उनके अलावा शुभमन गिल (23),वशिंगटन सुंदर (21) और रविचंद्रन अश्चिन (18) ही कीवी गेंदबाजों के सामने सहजता से खेल सके। अनुभवी रोहित शर्मा (8) और विराट कोहली (17) लगातार दूसरी पारी में प्रभाव नहीं छोड़ सके।ऋषभ पंत दुर्भाग्यशाली तरीके से रन आउट हुये वहीं पहली टेस्ट में शानदार शतक लगाने वाले सरफराज खान पुणे की पिच पर दूसरी पारी में भी नहीं चले और नौ रन के निजी स्कोर पर सेंटनर का शिकार बने। उन्होने पहली पारी में 11 रन का योगदान दिया था। जसप्रित बुमराह 10 रन बना कर अविजित रहे। इससे पहले न्यूजीलैंड ने अपने कल के स्कोर पांच विकेट पर 198 रन से आगे खेलना शुरु किया और उनकी पूरी टीम 255 रन बना कर पवेलियन लौट गयी। भारत की ओर से वशिंगटन सुंदर चार विकेट लेकर सबसे सफल रहे वहीं रविंद्र जडेजा ने तीन और रविचंद्रन अश्विन ने दो विकेट झटके।