जालंधर: विश्व में बढ़ी अनिश्चिचतता की परिस्थितियों को देखते हुए सोने के दाम अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर आसमान को छू रहे हैं। दामों में पिछले कुछ महीनों के दौरान आई अत्यधिक तेजी के कारण अब इसकी बिक्री औंधे मुंह आ गिरी हैं। सोने के दाम पिछले दिनों 95000 रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच चुके हैं। इस संबंध में कुछ ज्वैलर व स्वर्णकारों के साथ बातचीत की गई जिनके विचार निम्नलिखत थे :-
सोने की मांग मात्र 15 से 20 प्रतिशत : अमित चोपड़ा
लीडर ज्वैलर के अमित चोपड़ा ने कहा कि सोने के दाम अत्यधिक ऊंचे हो जाने के कारण अब सोने से बनने वाले जेवरात की मांग मात्र 15 से 20 प्रतिशत रह गई है क्योंकि लोग महंगाई के इस युग में इतना महंगा सोना व उससे बने जेवरात खरीदने के लिए तैयार नहीं हैं। लोगों के लिए पहले घर का खर्चा चलाना और अब लोग सोने में निवेश भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां इस समय किसी के भी बस में नहीं है।
टैरिफ वार के चलते सोने की कीमतें आसमान पर : शिव चौहान
स्वर्णकार संघ एसोसिएशन जालंधर के चेयरमैन शिव चौहान मोनू ने कहा है कि अमरीका के राष्ट्रपति द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वार के चलते सोने की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि बाजार में सोना या जेवरात खरीदने के लिए अब न मात्र ग्राहक आ रहे हैं। लोग इतने ऊंचे दामों पर जेवरात खरीदने के लिए तैयार नहीं हैं। अभी पूरे विश्व में अनिश्चिचता के हालात बने हुए हैं।
खरीदार गायब, सोना बेचने वालों की बाढ़ आई : दीपक निश्चल
स्वर्णकार संघ एसोसिएशन जालंधर के प्रधान दीपक निश्चल ने कहा कि सोने के कारोबार में मंदी छा गई है क्योंकि लोगों को लगता है कि सोने के दामों में गैर जरूरी तेजी आई है। बाजार में सोने के खरीदार गायब है जबकि दूसरी ओर सोना बेचने वालों की बाढ़ आ गई है। उन्होंने कहा कि ज्वैलर के लिए तो कारोबार करना ही होता है और उन्हें महंगे दामों पर लोगों से सोना खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खरीदार केवल वहीं बचे हैं, जिन्होंने विवाह करना होता है या कोई अन्य जरूरी काम के लिए उन्हें जेवरात चाहिए होते हैं।
मार्कीट में मंदा छाया हुआ है : अंकुर नेगी
जावेरी गुजरांवाला (बाय अंकुर नेगी) के युवा ज्वैलर अंकुर नेगी ने कहा कि मार्कीट में सोने के कारोबार में भयंकर मंदा छाया हुआ है और लोग खरीददारी से गुरेज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय सोने के जेवरात 94,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिक रहे हैं परन्तु कोई लेने के लिए तैयार नहीं है। अगर किसी ने सोना बेचना होता है तो उसे 93500 रुपए प्रति 10 ग्राम का भाव दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहली बार बाजार में ऐसे हालात देखे गए हैं। अन्यथा सोने के दामों में पहले इतना अधिक उछाल नहीं आता था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में तो सोने के दामों ने रिकार्ड ही तोड़ दिया है।
सोना सस्ता नहीं हो रहा, लोग खरीद नहीं रहे : मनोज जैन
आदिनाथ ज्वैलर के मनोज जैन ने कहा कि बाजार में सोने की खरीदारी नाममात्र है। सोने के दाम शिखरों को छू चुके हैं। लोग सोने के दाम घटने का इंतजार कर रहे हैं परन्तु सोना लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस समय बाजार में खरीदार ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि सोने के दाम आने वाले समय में घटने वाले हैं। पिछले समय में बाजार में यह अफवाह फैल गई थी कि सोने के दाम 55,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक गिर जाएंगे और उसके बाद तो सोना और महंगा हो गया। सोने के दामों को लेकर भारी अनिश्चितता चल रही है।
सोने की कीमतें तो दिन-प्रतिदिन नया रिकार्ड बना रही : सुनील गुप्ता
निक्कामल ज्वैलर के सुनील गुप्ता ने बताया कि सोने की कीमतें दिन-प्रतिदिन नया रिकार्ड बना रही है। नीचे आने का नाम नहीं ले रही हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को विवाह आदि के लिए जेवरात चाहिए वह तो खरीदारी के लिए आ रहे हैं। सोने में नया निवेश नहीं आ रहा है।
आम घरों से दूर हुआ सोना
सोने के दामों में बेतहाशा बढ़ौतरी के बाद यह आम घरों से दूर हो गया है। पहले लोग आपातकालीन परिस्थितियों के लिए थोड़ा-बहुत सोना खरीद कर रखा करते थे परन्तु पिछले 6 महीनों में सोने के दामों में रिकार्ड तेजी आई है, उसके बाद तो आम घरों ने इसकी खरीदारी से हाथ खड़े कर दिए हैं। एक तरफ महंगाई का तड़का लगा हुआ तो दूसरी ओर लोग सोना खरीदने से गुरेज कर रहे हैं क्योंकि सबसे पहले लोगों को अपना घर-बार चलाना और रोटी का प्रबंध करना होता है। सोने का कारोबार करने वाली दुकानों में भी वीरानी छाई हुई है। इक्का-दुक्का ग्राहक ही खरीदारी के लिए आ रहे हैं।