दिल्ली की नींद उस वक्त टूट गई जब उत्तर-पूर्वी जिले के दयालपुर इलाके में शुक्रवार देर रात एक चार मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। यह हादसा मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र के शक्ति विहार कॉलोनी में रात करीब 3 बजे हुआ, जब ज़्यादातर लोग गहरी नींद में थे। प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, इमारत गिरने के बाद करीब 24 लोग मलबे में दब गए। राहत व बचाव कार्य में जुटे अफसरों ने अब तक मलबे से 18 लोगों को बाहर निकाला है, जिनमें से 14 को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। दुखद बात यह है कि इस हादसे में अब तक चार लोगों – चांदनी, दानिश, रेशमा और नावेद - की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
दिल्ली पुलिस, NDRF, फायर डिपार्टमेंट और डॉग स्क्वाड की टीमें घटनास्थल पर राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। स्थानीय लोग भी इस ऑपरेशन में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। एडिशनल डीसीपी संदीप लांबा ने बताया कि मलबे में अभी भी कुछ लोग फंसे हो सकते हैं, जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली फायर सर्विस के एक कर्मी ने बताया कि उन्हें रात 2:50 बजे घटना की सूचना मिली थी। जब वे मौके पर पहुंचे तो इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी थी और चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी। हैरानी की बात ये है कि चश्मदीदों के अनुसार, यह इमारत न तो बहुत पुरानी थी और न ही उसकी हालत जर्जर थी। लेकिन इसका निर्माण 'L' शेप में किया गया था, जो संभवतः इसकी मजबूती पर असर डालने वाला एक बड़ा कारण रहा।