कनाडा ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा गाइडलाइंस में कड़े बदलाव किए हैं, जिससे भारतीयों को बड़ा झटका लगा है। अब भारतीयों को 10 साल का विजिटर वीजा नहीं मिलेगा। इसके बजाय, भारतीय नागरिकों के विजिटर वीजा की अवधि को घटाकर 1 महीने तक सीमित कर दिया गया है।
इसके अलावा, visitor visa को सीधे work visa में बदलने का प्रावधान कर दिया गया है। यह कदम कनाडा सरकार द्वारा visa system में कड़े प्रावधान लागू करने के उद्देश्य से लिया गया है, जिससे लंबी अवधि के वीजा की सुविधा भारतीय नागरिकों के लिए समाप्त हो जाएगी।
यह बदलाव उन भारतीयों के लिए विशेष रूप से कठिन साबित हो सकता है, जो लंबे समय के लिए कनाडा में रहकर अपने परिवार और दोस्तों से मिलने या अन्य कामकाज के लिए जाना चाहते थे।
वहीं, कनाडा में पढ़ाई के बाद वर्क परमिट (PGWP) नियमों में बदलाव किए गए हैं, जो 1 नवंबर 2024 से लागू हो चुके हैं। इन नए नियमों के तहत पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट (PGWP) प्राप्त करने के लिए छात्रों को अब नई शर्तों को पूरा करना होगा।
1. भाषा पर जोर:
कनाडा में अब PGWP के लिए आवेदन करने से पहले छात्र की भाषा दक्षता का मूल्यांकन महत्वपूर्ण होगा। कनाडा का इमिग्रेशन विभाग (IRCC) छात्रों के भाषा कौशल को प्राथमिकता देगा ताकि वे स्थानीय लेबर मार्केट की जरूरतों को पूरा कर सकें।
2. अध्ययन विषय का महत्व:
अब यह देखा जाएगा कि छात्र ने किस विषय में पढ़ाई की है। जिन क्षेत्रों में कनाडा को कुशल कार्यबल की अधिक आवश्यकता है, उन विषयों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह कदम कनाडा की अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यबल को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
3. पुराने एलिजिबिलिटी मानदंड जारी रहेंगे:
हालांकि, कुछ पुराने मानदंड अभी भी लागू रहेंगे। इनमें छात्रों का कनाडा में मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान (DLI) से पढ़ाई पूरी करना, कोर्स की न्यूनतम अवधि पूरी करना और वर्क परमिट के लिए निर्धारित अन्य शर्तें शामिल हैं।
कनाडा सरकार का उद्देश्य इन बदलावों के माध्यम से विदेशी छात्रों को एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करना है, जिससे वे कनाडा की लेबर मार्केट की मांगों के अनुरूप काम कर सकें।