पटना: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पटना में महागठबंधन की बैठक आयोजित की गई। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में सभी घटक दलों ने कई मुद्दों पर चर्चा की। इसमें कांग्रेस, लालू एवं तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद), सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई माले के अलावा मुकेश सहनी की विकासशील इनसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हुई। सभी दलों ने आपसी सहमति से एक को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का फैसला लिया, जिसका अध्यक्ष तेजस्वी यादव को बनाया गया है। इससे यह साफ है कि महागठबंधन की तरफ से तेजस्वी ही सीएम फेस होंगे। कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने सीएम फेस पर सीधे तो कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन यह जरूर स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी ही महागठबंधन को लीड करेंगे। सीएम फेस पर कोई कन्फ्यूजन नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए में सीएम फेस को लेकर भारी कन्फ्यूजन है।
महागठबंधन की बैठक आरजेडी दफ्तर में दोपहर 2:15 बजे शुरू हुई और शाम करीब पांच बजे खत्म हुई। सबसे पहले वीआईपी, वाम दलों और कांग्रेस ने अपनी बातें रखीं। फिर आखिर में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने प्रस्ताव रखे। सूत्रों के अनुसार बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने, घटक दलों की एकजुटता मजबूत करने को लेकर सहमति बनाई गई। बैठक के बाद साझा प्रेस कान्फ्रेंस में तेजस्वी ने बताया कि बिहार के मुद्दों को लेकर मीटिंग में चर्चा की गई है। वहीं, सीएम फेस पर तेजस्वी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सभी बातों पर सहमति बन चुकी है, थोड़े इंतजार का मजा लीजिए, एक ही दिन में सब बता दें क्या। पशुपति पारस के महागठबंधन में शामिल होने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि आने वाली बैठक में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
हर पार्टी से एक लीडर होगा और एक सहयोगी
प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान मुकेश सहनी ने कहा कि को-आर्डिनेशन कमेटी में हर पार्टी से दो लोग होंगे- एक लीडर होंगे, एक सहयोगी। सभी लोगों को मिलकर एक फैसला लेना होगा। हम लोगों ने कई पॉलिसी बनाई हैं। वे सब भी आप लोगों को आगे बताया जाएगा। हमारे गठबंधन में कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है।