वक्फ कानून बनने के बाद देशभर में काफी विरोध हो रहा है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। कोर्ट ने इन याचिकाओं पर सरकार को 1 हफ्ते में जबाव देने के लिए कहा। इसी बीच All India Imam Association के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, “वक्फ कानून को लेकर चल रही बहस में अभी किसी की जीत या हार का सवाल नहीं उठता। न इसमें भारतीय जनता पार्टी की हार हुई है और न ही विपक्ष की कोई जीत हुई है। असली फैसला तो तब होगा जब सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना अंतिम फैसला सुनाएगा।”
मौलाना साजिद रशीदी ने बयान देते हुए कहा, "अभी इस मुद्दे पर खुश होने की कोई वजह नहीं है। जब तक सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है, तब तक किसी को भी खुशी नहीं मनानी चाहिए। जो लोग इस वक्त लोगों को उकसाने का काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जब मुसलमान मुर्शिदाबाद में बाहर निकले तो वहां दंगा हो गया। इस दौरान मुसलमान ही बाहर निकला और उन्हें लाठी खानी पड़ी, जबकि उन पर ही केस दर्ज किया जा रहा है।"
सरकार पर साधा निशाना-
उन्होंने आगे कहा, "सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद भी अगर कोई विरोध प्रदर्शन होता है। अगर शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो तो अच्छी बात है, नहीं तो उपद्रव मचाना विरोध प्रदर्शन करना नहीं होता है। जु्ल्म किसी के साथ भी हो जुल्म होता है। जिन लोगों को घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा तो सरकार कहां है। अगर कोर्ट को ही सारे फैसले लेने पड़ जाएं तो सरकारें क्यों हैं वहां, जहां सरकारें विफल हो जाएं वहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।"
ममता बनर्जी पर उठाए सवाल-
इसके अलावा मौलाना साजिद रशीदी ने सीएम ममता बनर्जी पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि "मुर्शिदाबाद में लोग सड़कों पर क्यों उतर आए? वहां केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती क्यों करनी पड़ी? ये सवाल ममता बनर्जी से ही पूछे जाने चाहिए." उन्होंने यह भी कहा कि ममता बनर्जी को लोगों को पहले ही समझाना चाहिए था कि राज्य सरकार यह कानून लागू नहीं करेगी इसलिए वे शांति बनाए रखें और घरों में रहें।