भारत के न्यायपालिका में एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। जस्टिस बीआर गवई जो वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश हैं 14 मई को देश के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। उनका पदभार ग्रहण 13 मई को मौजूदा मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना के रिटायरमेंट के बाद होगा।
बता दें कि जस्टिस गवई इस पद पर पहुंचने वाले दूसरे दलित प्रमुख न्यायाधीश होंगे। इससे पहले जस्टिस केजी बालाकृष्णन इस सम्मानित पद पर आसीन हो चुके हैं जो अनुसूचित जाति वर्ग से थे। जस्टिस गवई का यह पदभार संभालना न्यायपालिका में दलित समुदाय की महत्वपूर्ण उपस्थिति को दर्शाता है।
जस्टिस गवई की कार्यशैली और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण उन्हें एक सक्षम और निष्पक्ष न्यायधीश माना जाता है। उनके द्वारा लिया गया यह बड़ा कदम भारतीय न्यायपालिका के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है।