करनाल : गुरुवार को सीईटी को लेकर युवा अधिकार यात्रा सीएम आवास पर जाकर ज्ञापन देने के लिए पहुंची थी। इस यात्रा का हुड्डा विरोधी खेमे ने नेतृत्व किया। सुबह करीब 11 बजे करनाल में कुमारी सैलजा, किरण चौधरी और रणदीप सिंह सुरजेवाला की तिकड़ी पहुंची थी। नेशनल हाईवे पर स्थित होटल विवान से यह यात्रा करीब 10 किलोमीटर का सफर तय करने बाद अंबेडकर चौक पर पहुंची।
जहां पर पुलिस द्वारा बैरिकेड लगाकर उनका रास्ता रोक दिया। जब कांग्रेस नेताओं को आगे नहीं जाने दिया तो तीनों नेताओं सहित सैकड़ों समर्थकों ने गिरफ्तारी दी। जिसके बाद पुलिस सभी को गाड़ी मे बैठकर सिविल लाइन थाने लेकर गई। इस दौरान थाने के बाहर भी कांग्रेस नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। कुछ देर बाद ही सभी नेताओं को रिहा कर दिया गया। इस दौरान तीनों कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राज्य के युवाओं के लिए यह सरकार ‘अभिशाप’ साबित हुई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है। हरियाणा में बेरोजगारी दर सबसे अधिक 37 प्रतिशत है, जबकि विभिन्न सरकारी विभागों में दो लाख पद खाली पड़े हैं। सरकार हमें डराना चाहती है लेकिन हम दबने वाले नहीं है।
खट्टर सरकार की जेलें छोटी पड़ जाएंगी, लेकिन हमारे मंसूबे छोटे पड़ने वाले नहीं है। जब तक हम खट्टर सरकार को तख्ता पलट नहीं कर देते हम पीछे हटने वाले नहीं है। सुरजेवाला ने सीएम को चुनौती देते हुए कहा कि अगर खट्टर सरकार में इतना दम है तो जब तक चुनाव नहीं होता तब तक हम तीनों को जेल में रखकर दिखाए। हम चुनौती देते हैं सीएम को। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2019 में आयोजित सामान्य पात्रता परीक्षा में खट्टर ने प्रदेश के युवाओं को बेवकूफ बनाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हम सभी कांग्रेस के सिपाही है। हम पीछे हटने वाले नहीं है। हमारा लक्ष्य हरियाणा के बेरोजगार युवाओं की आवाज उठाना है और हम उठाते रहेंगे।
होटल विवान से जब यात्रा शुरू हुई तो तीनों नेता वहां से हाथो में तिरंगा लेकर पैदल यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान करीब 3 किलोमीटर चलने के बाद कुमारी सैलजा व किरण चौधरी नए बस स्टैंड के फ्लाईओवर के पास से गाड़ी में बैठ गईं। जबकि रणदीप सिंह सुरजेवाला यात्रा में पैदल चल रहे हैं। बता दें कि कल यानी 19 जुलाई को कुरूक्षेत्र से युवा अधिकार यात्रा का आगाज हुआ। वहां पर युवाओं ने हाथों में तिरंगा लेकर पहले ब्रह्म सरोवर पर हवन यज्ञ किया और उसके बाद अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए करनाल के लिए रवाना हुए थे। मिली जानकारी के अनुसार, इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य युवा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करने वाले सभी 3.57 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में मौका देने का है। आपको बता दें कि कर्नाटक में प्रचंड बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से हरियाणा में एंटी हुड्डा खेमा काफी एक्टिव हो गया है। एक दौर ऐसा भी था, जब रणदीप सिंह सुरजेवाला और किरण चौधरी के बीच 36 का आंकड़ा था। कुमारी सैलजा का भी अपना अलग से ग्रुप था। अब राजनीतिक हालात यह हैं कि कांग्रेस के यह तीनों नेता एक मंच पर हैं और मिलकर हुड्डा खेमे के खिलाफ लामबंद हैं। हुड्डा विरोधी खेमे के गठन की शुरुआत पिछले दिनों चंडीगढ़ में हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस से हुई थी। चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सैलजा, सुरजेवाला और किरण ने सामूहिक रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उसी दिन तीनों ने यह संकेत दे दिए थे कि वे आगे भी इसी तरह एक प्लेटफार्म पर नज़र आएंगे। इसी कड़ी में आज करनाल में युवाओं के मुद्दे पर यह तिकड़ी बड़ा आंदोलन कर रही है।