चंडीगढ़ “भारत में लगभग 30 लाख लोग कैंसर से पीड़ित हैं, जिनमें से 14 लाख मामले नए हैं। भारत में कैंसर हर साल 9.10 लाख लोगों की जान लेता है।'' गुरुवार को यहां मीडिया से बात करते हुए आईवीवाई अस्पताल, मोहाली में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. विजय बंसल ने कहा कि भारत में वैश्विक स्तर पर ओरल कैंसर का प्रचलन सबसे अधिक है, हर साल ऐसे कैंसर के 1.75 लाख नए मामले सामने आते हैं। देश में ओरल कैंसर के 90 प्रतिशत मामलों में तंबाकू और गुटखा चबाने का योगदान है। मेडिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. जतिन सरीन ने बताया कि सिर और गर्दन का कैंसर मुख्य रूप से हमारी जीवनशैली और सुपारी चबाने, तंबाकू और शराब के सेवन की लत, ओरल हाइजीन ना बनाए रखने के कारण होता है। सिर और गर्दन के कैंसर का निदान करने के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड टेस्ट टिशू बायोप्सी है, । उन्होंने कहा कि पीईटी स्कैन या कंट्रास्ट एन्हांस्ड एमआरआई, सीटी स्कैन जैसी इमेजिंग के माध्यम से कैंसर के प्रसार की सीमा का पता लगाया जा सकता है।